अशोक नगर जिले की ग्राम पंचायत धौरा के सरपंच बबलू यादव के अनुसार बीते दिनों ग्राम पंचायत द्वारा गांव धौरा में धर्म विशेष के व्यापारियों का गांव में प्रतिबंध लगाने को लेकर प्रस्ताव लाया गया, जिस पर ग्रामीणों की ओर से भी सहमति दर्ज की गई, जिसके बाद गांव में मुस्लिमों और ईसाई व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। सरपंच बबलू यादव का कहना है कि, गांव में आने वाले हर व्यापारी के आधार कार्ड भी चेक किए जा रहे हैं, ताकि उनके धर्म का पता लगाया जा सके।
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान में शादी रचाने वाली अंजू के पिता पर लगा धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप
इसलिए लगाया गया बैन
सरपंच बबलू यादव का कहना है कि, हरियाणा के नूंह-मेवात में हुई हिंसा के बाद गांव की ओर से ये फैसला लिया गया है। सरपंच का दावा है कि, गांव में चूड़ी, साड़ी समेत अन्य सामान बेचने के नाम पर आने वाले व्यापारी दिन में रैकी करते और रात को चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। अन्य प्रदेशों से आने वाले यही धर्म विशेष के व्यापारी महिलाओं को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले जाते हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर किया पोस्टर
सरपंच बबलू यादव ने गांव में मुस्लिम और ईसाई व्यापारियों के प्रवेश पर बैन से जुड़े पोस्टर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर की हैं। हालांकि, जैसे ही उन्होंने ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं, प्रशासन को भी इसकी जानकारी लग गई। प्रशासनिक टीम ने तत्काल एक्शन लेते हुए गांव पहुंची और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए बैनर हटवाए। प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि, गांव में अगर ऐसी कोई घटना होती है तो तो पुलिस प्रशासन कार्रवाई के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है।
यह भी पढ़ें- छेड़छाड़ करना पड़ गया भारी, महिला ने बीच सड़क पर आशिक मिजाज को घसीट-घसीटकर पीटा, VIDEO
गांव में नहीं मुस्लिम-ईसाई परिवार
आपको बता दें कि, अशोक नगर जनपद इलाके के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धौरा के धतूरिया गांव में 100 परिवारों के घर हैं। इस पंचायत में गौरा और मारुप गांव भी आते हैं। इन गांवों में हिन्दू समाज के लोग ही रहते हैं और यहां एक भी मुस्लिम या ईसाई परिवार नहीं है। गांव के सभी ग्रामीण खेती किसानी करते हैं। बता दें कि, ग्राम पंचायत धौरा के सरपंच बबूल यादव भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी हैं।