Rats Gnawed Bridge: मध्यप्रदेश के अशोकनगर में चूहों ने एक ब्रिज को कुतरकर खोखला कर दिया है। स्थिति यह है कि मरम्मत के दूसरे दिन फिर से ब्रिज का हिस्सा धंसक गया और आरपार गड्ढ़ा हो गया। चूहों ने जिस ब्रिज को कुतरकर खोखला किया है वो करीब 30 साल पुराना है। इस पुल से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं जिसके कारण दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है और पुलिस ने वहां बेरीकेड्स लगा दिए हैं। पुलिस जवान भी तैनात किए गए हैं जो वाहनों को क्षतिग्रस्त हिस्से से दूर से वाहनों को निकलवा रहे हैं।
मामला शहर के 30 साल से अधिक पुराने ओवरब्रिज का है। जिसका एक हिस्सा अचानक धंसक जाने से गड्ढ़ा बन गया था, इससे पीडब्ल्यूडी ने आधा ट्राली गिट्टी-डामर भरवाकर मरम्मत कराई थी। लेकिन दूसरे ही दिन फिर से वह हिस्सा धंसक गया और करीब तीन फीट हिस्से में आरपार गड्ढ़ा हो गया है। स्थिति यह है कि ओवरब्रिज का यह हिस्सा तीन दिन में दो बार धंसक चुका है। जानकारी मिली तो प्रशासन में हडक़ंप मच गया। एसडीओ ने भी आकर निरीक्षण किया और चूहों द्वारा कुतरे गए हिस्से को देखकर हैरान नजर आए।
चूहों ने मुरम खोद लगाए ढ़ेर, लोहे की प्लेट व सीसी भी कुतर दी
पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री के बाद सेतु निगम की एसडीओ ने भी इसका कारण चूहों को बताया तो पत्रिका ने ब्रिज के क्षतिग्रस्त हिस्से के नीचे जाकर हकीकत जानी। जहां पानी निकासी सिस्टम के पाइपों के पास रिटर्निंग वॉल से सटकर मुरम के ढ़ेर लगे मिले। साथ ही ज्वॉइंट के नीचे सीसी के छोटे-छोटे टुकड़ों के ढ़ेर मिले, इतना ही नहीं ब्रिज के ज्वॉइंट की लोहे की प्लेट भी कुतर दिए जाने से नीचे टूटी पड़ी मिली। यानी रिटर्निंग वॉल के पास ओवरब्रिज पूरी तरह से खोखला हो गया है। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।
बड़ा सवाल: कितने हिस्से में ब्रिज खोखला, नहीं समझ पा रहे अधिकारी
तीन दिन में दो बार ओवरब्रिज का सीसी धंसकने से बड़ा सवाल यह उठने लगा है कि आखिर चूहों ने ओवरब्रिज के कितने हिस्से को कुतरकर खोखला कर दिया है, यह अधिकारी भी नहीं समझ पा रहे हैं। ऐसे में ब्रिज खोखला हो जाने से दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है कि कहीं अन्य जगहों पर भी ऐसे ही हालात न हो, क्योंकि शहर में भारी वाहनों की आवाजाही के लिए शहर में सिर्फ एक ही रास्ता है, यदि ब्रिज फिर अन्य कहीं धंसक गया तो ओवरब्रिज का रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाएगा और इससे आवाजाही रुक जाएगी। इससे शहरवासियों का कहना है कि इस पर विभाग के साथ प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को भी गंभीरता दिखाने की जरुरत है।
एसडीओ सेतु निगम भुवना जोशी ने बताया कि ब्रिज की रिटर्निंग वॉल के पास चूहों ने बड़े क्षेत्र में ब्रिज को खोखला कर दिया है, पास में बड़ी मात्रा में मुरम के ढ़ेर लगे हुए हैं। जितना पोर्शन धंसका है उसे काटकर देखा जाएगा कि कितने क्षेत्र में चूहों ने नुकसान पहुंचाया है और उसमें फॉमेशन लेवल तक मुरम व मटेरियल भरा जाएगा, साथ ही सेफ्टी देखी जाएगी। इसके बाद उस हिस्से पर सीसी किया जाएगा। मैंने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया है।