हता दें कि, मामला बुधवार की सुबह 10 बजे का है। म्याना से अशोकनगर आ रही बस में महिला यात्री लक्ष्मी सेन रुसल्ला बुजुर्ग गांव से बैठी थी। महिला अपनी जांच कराने के लिए अशोकनगर पति और सास के साथ अस्पताल की तरफ ही जा रही थी। बताया जा रहा है कि, बस में चढ़ते समय महिला को प्रसव पीड़ा से जुड़ी किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं थी। लेकिन जैसे ही बस सारसखेडी गांव के पास पहुंची तो महिला को अचानक ही प्रसव पीड़ा का तेज दर्द शुरु हो गया।
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अब हो रही ड्राइवर की तारीफ
मामले की सूचना जैसे ही बस स्टाफ को लगी तो ड्राइवर और कंडक्टर ने अन्य बस यात्रियों से कहा कि, ‘क्योंकि ये महिा के साथ इमरजेंसी की स्थिति है तो बस को बीच में कही नहीं रोका जाएगा। सबसे पहले महिला को जिला अस्पताल छोड़ेंगे, फिर अन्य यात्रियों को उनके बस स्टॉप पर छोड़ेंगे।’ इसके बाद चालक सीधा सवारियों से भरी बस को जिला अस्पताल लेकर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि, महिला के जिला अस्पताल पहुंचने के कुछ मिनट बाद ही उसने एक बच्ची को जन्म दिया। इधर, अब मां और बेटी दोनों स्वस्थ और सकुशल हैं तो वहीं बस यात्रियों समेत पूरा अस्पताल ड्राइवर द्वारा लिए गए तत्काल फैसले की तारीफ कर रहा है।
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