उन्होंने कहा कि रूस अमरीका की सुरक्षा और गठबंधन के लिए सबसे बड़ा खतरा है। वहीं बिडेन ने चीन को अपना प्रतिद्वंदी बताया है। बिडेन के इस बयान पर रूस ने सख्त आपत्ति जताई है। रूस ने बिडेन के बयान को धमकी करार देते हुए कहा कि यह हमारे प्रति नफरत को प्रेरित करने का एक प्रयास है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यह बिलकुल ही गलत आरोप है। हम इससे पूरी तरह से असहमत हैं। उन्होंने कहा कि हमें अफसोस है कि कैसे रूस के खिलाफ नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमारे देश को एक दुश्मन के रूप में चित्रित किया गया है, जो कि सच नहीं है।
बता दें कि बिडेन ने सीबीएस न्यूज चैनल को दिए एक साक्षात्कार में कहा, मुझे ऐसा लगता है कि अमरीका की सुरक्षा और गठबंधन को तोड़ने के मामले में रूस सबसे बड़ा खतरा है। जबकि, चीन हमारा सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी है। उन्होंने कहा कि अब ये हमपर निर्भर है कि हम कैसे स्थिति को संभालते हैं। बिडेन ने कहा, यह निर्धारित करेगा कि हम प्रतियोगी हैं या हम ताकत का प्रयोग करने वाले अधिक गंभीर प्रतियोगी हैं।
ट्रंप ने बिडेन पर लगाया था आरोप
आपको बता दें कि तीसरे और अंतिम प्रेसिडेंशियल डिबेट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( President Donald Trump ) ने जो बिडेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के जरिए रूस से 3.5 मिलियन डॉलर की धनराशि जमा की है।
ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया था कि बिडेन के बेटे हंटर मास्को के पूर्व मेयर यूरी लजकोव की पत्नी, एलेना बेटुरिना के साथ कथित तौर पर व्यापारिक संबंध बनाए हुए हैं। हालांकि बिडेन ने ट्रंप के सभी आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि उन्होंने विदेशी स्त्रोतों से एक भी पैसा नहीं लिया है।
मालूम हो कि 3 नवंबर को राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं और दोनों ही पक्षों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। ट्रंप जहां अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं बिडेन भी खुद की जीत को लेकर निश्चित हैं। हालांकि, अभी तक के जो भी सर्वे सामने आए हैं, उसमें बिडेन ट्रंप से आगे नजर आ रहे हैं।