सदन ने जो प्रस्ताव पारित किया है, वह राष्ट्रपति को 30 दिनों के भीतर यमन से अमरीकी सैन्य बलों को वापस लेने का निर्देश देगा। संयुक्त राज्य अमरीका ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों से लड़ने वाले सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन को रसद, खुफिया तंत्र और हथियारों से सहायता करता रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले अमरीकी सेना ने गठबंधन जेट विमानों को हवाई ईंधन भरने की सुविधा भी प्रदान की थी, लेकिन प्रशासन ने नवंबर में यह फैसला निलंबित कर दिया था। यह महत्वपूर्ण है कि अमरीकी सदन का यह फैसला तब आया है जब पिछले साल जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब के प्रति कांग्रेस सदस्यों का गुस्सा फूट रहा है। बता दें कि संयुक्त राज्य अमरीका सऊदी बलों का समर्थन करने वाले कई देशों में से एक है। चार साल में जब से संयुक्त राज्य अमरीका, सऊदी गठबंधन में शामिल हुआ है, गृह युद्ध को हल करने की दिशा में बहुत कम प्रगति हुई है। अमरीका पर आरोप है कि वहां पहले से मानवीय स्थिति और भी खराब हो गई है।