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अमरीका

Lockerbie Bombing Case: आखिरी मिनट में बदला लीबिया ने फैसला, ‘कसाई’ सेनुसी का अमेरिका प्रत्यर्पण रोका

लीबिया (Libya)के पूर्व तानाशाह मुअम्मर अल-गद्दाफी (Muammar al-Gaddafi) के सबसे भरोसेमंद और कुख्यात सहयोगी अब्दुल्ला अल-सेनुसी (Abdullah al-Senussi) के अमेरिका प्रत्यर्पण (Extradition to US) को लीबिया ने इस सप्ताह आखिरी मिनट पर रोक दिया। पूर्व खुफिया प्रमुख और गद्दाफी के सबसे भरोसेमंद सेनुसी को पश्चिमी देशों के विमान सहित साथ-साथ अन्य लक्ष्यों पर घातक बम विस्फोटों की एक श्रृंखला के लिए दोषी ठहराया गया है।

Dec 26, 2022 / 03:18 pm

Amit Purohit

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Abdullah al-Senussi (File Photo)

अमेरिका चाहता है कि लीबिया की त्रिपोली में जेल में बंद 72 वर्षीय अब्दुल्ला अल-सेनुसी उस हमले से जुड़े सवालों का जवाब दे, जिसने 1988 में स्कॉटलैंड में लॉकरबी के ऊपर एक अमेरिकी विमान (Lockerbie bombing) को मार गिराया था। सेनुसी पर लंबे समय से ऑपरेशन का मास्टरमाइंड होने का संदेह है, जिसमें 270 लोग मारे गए थे।
मसूद को लाए, सेनुसी पकड़ से बाहर
इस महीने की शुरुआत में अमेरिका ने घोषणा की कि लॉकरबी बमबारी में एक अन्य लीबियाई संदिग्ध, मोहम्मद अबूगेला मसूद उसकी हिरासत में है। 17 नवंबर को हथियारबंद लोगों द्वारा मसूद को उसके त्रिपोली घर से ले जाया गया, दो सप्ताह तक एक मिलिशिया की कैद में रखा गया और बंदरगाह शहर मिसराता में अमेरिकी सरकार के एजेंटों को सौंप दिया गया। उसके परिवार ने कहा कि मसूद का अपहरण किया गया था जबकि लीबिया में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि प्रक्रिया कानूनी और लीबिया के अधिकारियों के सहयोग से पूरी हुई।
जनता के गुस्से से पीछे हटा लीबिया
मसूद को अमेरिका को सौंपे जाने से लीबिया में आक्रोश फैल गया है। अंतरिम प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबीबेह की सरकार इससे गंभीर दबाव में आ गई और इसके चलते अब सेनुसी को अमेरिकी हिरासत में स्थानांतरित करने की योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। ‘बूचर’ के रूप में कुख्यात सेनुसी को त्रिपोली की राववा जेल में रखा गया है। वह कथित रूप से बीमार है। 2015 में समाप्त हुए सामूहिक मुकदमे में उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।
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बड़ी तादाद मे मारे गए थे अमेरिकी
21 दिसंबर, 1988 को लंदन से उड़ान भरने के एक घंटे से भी कम समय के भीतर न्यू यॉर्क जा रहे पैन एम फ्लाइट 103 (Pan Am flight 103) में लॉकरबी के ऊपर विस्फोट हो गया। 21 देशों के नागरिक मारे गए। बोर्ड पर 190 अमेरिकियों में से 35 छात्र विदेश में एक सेमेस्टर के बाद क्रिसमस के लिए घर जा रहे थे। बमबारी ने 11 सितंबर, 2001 के हमलों से भी एक दशक से अधिक समय पहले अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खतरे को उजागर कर दिया था। उसे अमेरिकी अदालत के सामने लाना अमेरिका के लिए बड़ी उपलब्धि हो सकती है। यहां उस पर अमेरिकी नागरिकों की मौतों से जुड़े दशकों पुराने मामलों को आगे बढ़ाने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।
गद्दाफी का सबसे भरोसेमंद ‘कसाई’
सेनुसी को गद्दाफी का सबसे भरोसेमंद सहयोगी या ‘बूचर’ माना जाता था। 1970 के दशक के मध्य में उसकी क्रूरता के किस्से फैले हुए थे। वांछित युद्ध अपराधियों की विपक्षी सूची में उनका नाम शीर्श क्रम पर था। 1980 के दशक की शुरुआत में सेनुसी गद्दाफी की आंतरिक सुरक्षा सेवाओं का प्रमुख था। तब गद्दाफी के कई विरोधी लीबिया और विदेशों में मारे गए थे। 1996 में अबू सलीम जेल में लगभग 1,200 कैदियों के नरसंहार के लिए लीबिया के लोगों ने सेनुसी को जिम्मेदार ठहराया, जबकि फ्रांस की एक अदालत ने 1999 में नाइजर के ऊपर एक यात्री विमान पर बमबारी में सेनुसी की भूमिका के लिए 1999 में उसकी अनुपस्थिति में उसे दोषी ठहराया था, जिसमें 170 लोग मारे गए थे। सेनुसी पर अब्देल-बासेट अल-मगराही की भर्ती और प्रबंधन का आरोप लगाया गया है, जो 1988 के लॉकरबी बमबारी दोषी था।। 2003 के अंत में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस अब्दुल्ला की हत्या करने के लिए एक कथित लीबियाई खुफिया साजिश के पीछे भी सेनुसी का हाथ बताया जाता रहा है।

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