रमेश चंद खींची ने ये कहा
दरअसल, अलवर जिला परिषद की बैठक में भरतपुर सांसद संजना जाटव अपनी बात कह रही थी और इसी बीच कठूमर विधानसभा से भाजपा विधायक रमेश चंद खींची बीच में भड़क गए और सांसद संजना जाटव से तेज आवाज में कहने लगे कि वैसे ही बहुत देर से बक-बक करने के अलावा कोई और बात ही नहीं है, बिना बात की बकवास हो रही है। इसके बाद बैठक में मौजूद कांग्रेस के जिला परिषद सदस्यों ने हंगामा कर दिया। सदस्यों ने विधायक को सांसद से माफी मांगने को कहा, उन्होंने कहा कि एक महिला सांसद से बदसलूकी से बात करने वाले विधायक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद सांसद संजना जाटव ने कहा कि वह अपनी बात रख रही है। हंगामा बढ़ता देख बैठक को खत्म कर दिया गया।
कलेक्टर-SP के नहीं आने से भड़कीं सांसद
वहीं, सांसद संजना जाटव जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के मीटिंग में न आने पर भड़क गईं। उन्होंने कहा कि एसपी-कलेक्टर नहीं हैं तो मीटिंग का क्या फायदा है। उन्हीं के सामने समस्या सुनाएंगे। बैठक में मौजूद अन्य अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए संजना जाटव ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप जनप्रतिनिधियों के फोन न उठाएं। भरतपुर सांसद ने आगे कहा कि सरकारें तो आती जाती रहेगी, आप हमेशा अपना कर्म और धर्म याद रखोगे। आप जनता के बीच में हो और हमेशा जनता के बीच में ही रहोगे। इस बार तो हो गया. अगली बार मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी। बैठक में कलेक्टर, एसपी से लेकर सभी अधिकारियों का होना जरूरी है। संजना ने नोटिस जारी करने की बात कहते हुए जब सांसद मीटिंग में हैं तो कलेक्टर और एसपी क्यों नहीं हैं?
ललित यादव ने भी अधिकारियों को लताड़ा
वहीं, बैठक में मुंडावर के विधायक ललित यादव ने कहा कि, “पिछली मीटिंग में भी अधिकारी नहीं आए थे। उन अफसरों के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया? यह बताएं। ये जनप्रतिनिधि कोई समोसे तो खाने आए नहीं है। इनके विषयों को सुनने वाले अफसर होने चाहिए। इस पर जिला प्रमुख ने कहा कि कलेक्टर और एसपी निर्वाचन के अधिकारियों के आने पर वहां गए हैं।”