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अलवर

साढ़े 17 करोड़ की पेयजल योजना के बाद भी लोगों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं

राजगढ़. कस्बे में करीब साढ़े 17 करोड़ की लागत से पेयजल योजना बनाने के बाद भी अनेक स्थानों पर लोगों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। यहीं नहीं नई व पुरानी पाइप लाइनों से पेयजल सप्लाई बड़ी संख्या में नल उपभोक्ताओं को मिल रही हैं तथा कहीं पानी की सप्लाई लोगों को नसीब नहीं हो रही है।

आरोप है कि जलदाय विभाग के कार्मिकों की अनदेखी के चलते लोगों ने सैकड़ों की संख्या में अवैध नल कनेक्शन व शिफ्टिंग कनेक्शन किए हुए हैं, जिसके चलते बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से पेयजल नहीं मिल पा रहा है। नागरिकों का कहना है कि करीब 17 करोड़ 43 लाख रुपए की लागत से एनसीआर पेयजल योजना में पाइप लाइन बिछाने के साथ चार स्थानों पर उच्च जलाशय, तीन स्वच्छ जलाशय, पम्प हाउस आदि बनाए गए। इसके बाद एनसीआर की पेयजल योजना शुरू कर दी गई, लेकिन कस्बे की अनेक गलियों में एनसीआर योजना के तहत पाइप लाइने नहीं बिछाई गई। जिसके चलते अनेक गलियों में पुरानी पाइप लाइन का मिलान एनसीआर योजना की पाइप लाइन से कर दिया। उक्त गलियों में पर्याप्त मात्रा में उपभोक्ताओं को पानी मिल रहा है, जिसके चलते अन्य हिस्सों में एनसीआर पेयजल योजना का पानी नहीं पहुंच रहा है। अब देखने की बात यह है कि राजगढ़ कस्बे के अनेक स्थानों पर पुरानी व नई दोनों पेयजल योजनाओं की पाइप लाइनों में पानी की सप्लाई दी जा रही। अनेक स्थानों पर पुरानी व नई पेयजल योजना की लाइनों में पानी सप्लाई होने से बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को दोहरा लाभ मिल रहा है।

टैंकरों के भरोसे पेयजल
राजगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन पेयजल सप्लाई के लिए 32 लाख लीटर पानी की आवश्यकता हैं। जिसमें 12 ट्यूबवैलों से प्रतिदिन 11 लाख लीटर पानी मिल रहा हैं तथा 125 टैंकरों से गंगाबाग स्थित सीडब्ल्यूआर में 5 लाख लीटर पानी प्रतिदिन डलवाया जा रहा हैं। पानी का उत्पादन कम होने के कारण एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही हैं। अनेक स्थानों पर तीन दिन में तथा कहीं चार दिन में एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही हैं। करीब ढाई वर्षो में जलदाय विभाग के आठ ट्यूबवैल भूजलस्तर नीचे चले जाने के कारण सूख चुके हैं। 2011 के आंकड़ों के अनुसार राजगढ़ नगरपालिका क्षेत्र की जनसंख्या 26 हजार 631 हैं तथा जल उपभोक्ता करीब साढे़ सैतालीस सौ हैं।

अनेक स्थानों पर वर्षो से नहीं हो रही पेयजल सप्लाई
कस्बे के सत्यनारायणजी की गली, गोठवाल गली, मालाखेड़ा बाजार, माली मोहल्ला आदि स्थानों पर चार दिन में एक दिन नलों में पेयजल सप्लाई हो रही है। पार्षद कालूराम सैनी व भाजपा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी का कहना है कि ख्वासजी का बाग के खड़ोलिया मोहल्ला, बैडा मोहल्ला, चोरवाडया मोहल्ला, चुन्नीलाल की कोठी में करीब दो वर्षो से नलों में पानी की बूंद भी नहीं टपक रही हैं। इस सम्बन्ध में अधिकारियों से शिकायत करने पर वो संतोषप्रद जवाब नहीं देते हैं। पटायरी की डूंगरी के प्रभातीलाल कोली व प्रेमप्रकाश कोली का कहना है कि कोली मोहल्ला में करीब 12 वर्षो से नलों में पानी की बूंद नहीं टपक रही हैं। उनके यहां एनसीआर पेयजल योजना की पाइप लाइन डली हुई हैं। रामरतन ताम्बी व कैलाश चंद अग्रवाल का कहना है कि टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी के आधे हिस्से में करीब सात वर्षो से नलों में पानी नहीं आ रहा हैं। पार्षद धीरू रैबारी का कहना हैं कि रैबारपुरा व दौला खोजा क कोठी में करीब दस वर्षो से नलों में पानी की बूंद भी नहीं टपक रही है। पूर्व पार्षद राजेन्द्र जैन व अमन जैन का कहना है कि रामनगर, बस स्टैण्ड़, मानसरोवर कॉलोनी में तीन दिन में एक दिन

पेयजल सप्लाई की जा रही हैं
जलदाय विभाग के अधिशासी अभियन्ता रामजीत मीना का कहना है कि प्रतिदिन पेयजल सप्लाई के लिए 32 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है। प्रतिदिन 12 ट्यूबवैलों से केवल 11 लाख लीटर व 125 टैंकरों से पांच लाख लीटर पानी मिल पा रहा है, जिसके चलते एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही है। अवैध नल कनेक्शन व शिफ्टिंग हटाकर जल सम्बन्ध विच्छेद किए जा रहे है।
……………

कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी
जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता पिंकी मीना का कहना है कि अवैध शिफ्टिंग व नल कनेक्शन हटाने की कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी। इसके अलावा बारिश के बाद पानी की आवक को देखते हुए 7 पुराने ट्यूबवैलों को चालू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उक्त ट्यूबवैलों के प्रस्ताव बनाकर भेज दिए हैं। जिनमें बाघोला बांध के तीन, गंगाबाग के दो, महन्तजी की बावड़ी व लवकुश मैरिज गार्डन के पास के एक-एक ट्यूबवैल हैं।

अलवरNov 14, 2024 / 07:09 pm

Ramkaran Katariya

राजगढ़. कस्बे में करीब साढ़े 17 करोड़ की लागत से पेयजल योजना बनाने के बाद भी अनेक स्थानों पर लोगों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। यहीं नहीं नई व पुरानी पाइप लाइनों से पेयजल सप्लाई बड़ी संख्या में नल उपभोक्ताओं को मिल रही हैं तथा कहीं पानी की सप्लाई लोगों को नसीब नहीं हो रही है।
आरोप है कि जलदाय विभाग के कार्मिकों की अनदेखी के चलते लोगों ने सैकड़ों की संख्या में अवैध नल कनेक्शन व शिफ्टिंग कनेक्शन किए हुए हैं, जिसके चलते बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से पेयजल नहीं मिल पा रहा है। नागरिकों का कहना है कि करीब 17 करोड़ 43 लाख रुपए की लागत से एनसीआर पेयजल योजना में पाइप लाइन बिछाने के साथ चार स्थानों पर उच्च जलाशय, तीन स्वच्छ जलाशय, पम्प हाउस आदि बनाए गए। इसके बाद एनसीआर की पेयजल योजना शुरू कर दी गई, लेकिन कस्बे की अनेक गलियों में एनसीआर योजना के तहत पाइप लाइने नहीं बिछाई गई। जिसके चलते अनेक गलियों में पुरानी पाइप लाइन का मिलान एनसीआर योजना की पाइप लाइन से कर दिया। उक्त गलियों में पर्याप्त मात्रा में उपभोक्ताओं को पानी मिल रहा है, जिसके चलते अन्य हिस्सों में एनसीआर पेयजल योजना का पानी नहीं पहुंच रहा है। अब देखने की बात यह है कि राजगढ़ कस्बे के अनेक स्थानों पर पुरानी व नई दोनों पेयजल योजनाओं की पाइप लाइनों में पानी की सप्लाई दी जा रही। अनेक स्थानों पर पुरानी व नई पेयजल योजना की लाइनों में पानी सप्लाई होने से बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को दोहरा लाभ मिल रहा है।
टैंकरों के भरोसे पेयजल

राजगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन पेयजल सप्लाई के लिए 32 लाख लीटर पानी की आवश्यकता हैं। जिसमें 12 ट्यूबवैलों से प्रतिदिन 11 लाख लीटर पानी मिल रहा हैं तथा 125 टैंकरों से गंगाबाग स्थित सीडब्ल्यूआर में 5 लाख लीटर पानी प्रतिदिन डलवाया जा रहा हैं। पानी का उत्पादन कम होने के कारण एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही हैं। अनेक स्थानों पर तीन दिन में तथा कहीं चार दिन में एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही हैं। करीब ढाई वर्षो में जलदाय विभाग के आठ ट्यूबवैल भूजलस्तर नीचे चले जाने के कारण सूख चुके हैं। 2011 के आंकड़ों के अनुसार राजगढ़ नगरपालिका क्षेत्र की जनसंख्या 26 हजार 631 हैं तथा जल उपभोक्ता करीब साढे़ सैतालीस सौ हैं।
अनेक स्थानों पर वर्षो से नहीं हो रही पेयजल सप्लाई

कस्बे के सत्यनारायणजी की गली, गोठवाल गली, मालाखेड़ा बाजार, माली मोहल्ला आदि स्थानों पर चार दिन में एक दिन नलों में पेयजल सप्लाई हो रही है। पार्षद कालूराम सैनी व भाजपा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी का कहना है कि ख्वासजी का बाग के खड़ोलिया मोहल्ला, बैडा मोहल्ला, चोरवाडया मोहल्ला, चुन्नीलाल की कोठी में करीब दो वर्षो से नलों में पानी की बूंद भी नहीं टपक रही हैं। इस सम्बन्ध में अधिकारियों से शिकायत करने पर वो संतोषप्रद जवाब नहीं देते हैं। पटायरी की डूंगरी के प्रभातीलाल कोली व प्रेमप्रकाश कोली का कहना है कि कोली मोहल्ला में करीब 12 वर्षो से नलों में पानी की बूंद नहीं टपक रही हैं। उनके यहां एनसीआर पेयजल योजना की पाइप लाइन डली हुई हैं। रामरतन ताम्बी व कैलाश चंद अग्रवाल का कहना है कि टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी के आधे हिस्से में करीब सात वर्षो से नलों में पानी नहीं आ रहा हैं। पार्षद धीरू रैबारी का कहना हैं कि रैबारपुरा व दौला खोजा क कोठी में करीब दस वर्षो से नलों में पानी की बूंद भी नहीं टपक रही है। पूर्व पार्षद राजेन्द्र जैन व अमन जैन का कहना है कि रामनगर, बस स्टैण्ड़, मानसरोवर कॉलोनी में तीन दिन में एक दिन
पेयजल सप्लाई की जा रही हैं

जलदाय विभाग के अधिशासी अभियन्ता रामजीत मीना का कहना है कि प्रतिदिन पेयजल सप्लाई के लिए 32 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है। प्रतिदिन 12 ट्यूबवैलों से केवल 11 लाख लीटर व 125 टैंकरों से पांच लाख लीटर पानी मिल पा रहा है, जिसके चलते एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल सप्लाई की जा रही है। अवैध नल कनेक्शन व शिफ्टिंग हटाकर जल सम्बन्ध विच्छेद किए जा रहे है।
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कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी

जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता पिंकी मीना का कहना है कि अवैध शिफ्टिंग व नल कनेक्शन हटाने की कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी। इसके अलावा बारिश के बाद पानी की आवक को देखते हुए 7 पुराने ट्यूबवैलों को चालू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उक्त ट्यूबवैलों के प्रस्ताव बनाकर भेज दिए हैं। जिनमें बाघोला बांध के तीन, गंगाबाग के दो, महन्तजी की बावड़ी व लवकुश मैरिज गार्डन के पास के एक-एक ट्यूबवैल हैं।

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