भाटी ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अलवर के भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में हुई भर्ती को लेकर आरोप लगे। इस मामले को विधानसभा में भी उठाया गया। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच पूरी कर राजभवन भेज दी गई है। सरकार विश्वविद्यालय की प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। मत्स्य विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति जल्द की जाएगी और रजिस्ट्रार भी शीघ्र मिल जाएगा।
हर तहसील पर खुल रहे महाविद्यालय उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी तहसीलों में सरकारी महाविद्यालय खोलने जा रही है। सरकार ने इन्हें शुरू भी कर दिया है जिसमें पहले ही वर्ष में 10 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए हैं। व्याख्याताओं की शीघ्र ही डीपीसी की जाएगी तथा इनकी और मांगों को पूरा किया जाएगा। सरकार ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
श्रम मंत्री और विधायकों की मंच से हटवाई कुर्सी राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के प्रोटोकॉल के अनुसार कई बार फेर-बदल होते रहे। राजभवन से आए निर्देशों के बाद मंच पर तीन कुर्सियां ही लगाने की अनुमति दी गई जिसमें मंच पर श्रम मंत्री की कुर्सी भी शामिल नहीं थी। राज्य के श्रम मंत्री टीकाराम जूली इस समारोह के अतिथि थे, जिनका नाम निमंत्रण पत्र में भी था। कार्यक्रम से पहले मंगलवार शाम को राज भवन से आए प्रोटोकॉल आफिसर ने मंच पर आगे तीन कुर्सियां ही लगाने की बात कही। वहीं श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली का कहना है कि राजभवन के प्रोटोकॉल के अनुसार मंच से कुर्सी के हटाए जाने की मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन मैं जयपुर से देरी से आया, इस कारण दीक्षांत कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका। समारोह में बोम सदस्य शकुंतला रावत और जौहरीलाल मीणा भी नहीं आए।