इसलिए सिलीसेढ़ से पानी लाने की जरूरत अलवर शहर में जलदाय विभाग वर्तमान में 26 हजार 400 किलोलीटर पानी का उत्पादन प्रतिदिन कर पा रहा है। जबकि इससे ज्यादा 29 हजार 600 किलो लीटर पानी की कमी अभी चल रही है। यानी जितना शहरवासियों को जितना पानी मिल रहा है, उससे ज्यादा की हर दिन जलदाय विभाग को जरूरत है। लेकिन उसके पास इतनी बड़ी मात्रा में पानी उत्पादन का कोई भी स्रोत नहीं है। नतीजतन राज्य सरकार ने जल्द ही अलवर शहरवासियों की पानी की समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो खुद सरकार के समक्ष ही विकट परििस्थति पैदा हो सकती है।
दस किमी की दूरी, योजना पर लागत भी ज्यादा नहीं शहरवासियों की पेयजल समस्या का निराकरण अभी सिलीसेढ़ बांध से पानी लाकर ही किया जा सकता है। कारण है कि सिलीसेढ़ से अलवर की दूरी मात्र 10 किमी है और इस योजना की लागत भी करीब 38 करोड़ है। अलवर शहर के लिए सिंचाई विभाग की ओर से 100 एमसीएफटी पानी पहले ही आरक्षित किया जा चुका है। मुख्य अभियंता सहित अन्य उच्च अधिकारी स्तर पर इस योजना को मूर्तरूप देने की पहले ही सहमति बन चुकी है। योजना की पत्रावली भी सरकार स्तर पर विचाराधीन है, केवल राज्य सरकार इस योजना को मंजूर मिलना शेष है।