सूबे के कैबिनेट मंत्री अपने गृह जनपद में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने नहीं पहुंचे जो लोगों के लिए चर्चा का विषय बना रहा । सीएम ने गुरुवार को ही मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के डिपार्टमेंट में हुए 400 तबादलों को रद्द किया था ।जानकारी के मुताबिक इसके पहले मुख्यमंत्री ने सिद्धार्थ नाथ सिंह के स्वास्थ्य मंत्रालय में हुए तबादलों पर भी रोक लगाई थी । सूत्रों का कहना है कि दोनों विभागों में तबादले को लेकर कई शिकायतें सामने आई थी जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने खुद इस मामले में दखल दिया था। वहीं जिले के पार्टी कार्यालय में भी इस बात की चर्चा रही कि मुख्यमंत्री दोनों मंत्रियों से खासा नाराज है।
उत्तर प्रदेश में सत्ता बनने के बाद से ही और फिर प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ आयोजन में यह साफ देखने को मिला कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दोनों मंत्री बेहद करीब हैं । लेकिन अपने ही गृह जनपद में होने वाले कार्यक्रम से उनका नदारद होना बड़े सवाल उठा रहा है। जबकि इस बात की चर्चा पहले से रही है कि जिले के सभी विधायक और कैबिनेट मंत्री मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रयागराज में शामिल होंगे और उन्हें प्रयागराज पहुंचना था । इस वृक्ष महाकुंभ के आयोजन में जब विश्व कीर्तिमान स्थापित हो रहा था तो अपने ही दो मंत्री यहां से बाहर रहे । हालांकि नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी और प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी मुख्यमंत्री के मंच पर सामने आई। यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद और कैबिनेट के गठन के बाद यह पहला मौका है जब दोनों कैबिनेट मंत्री शहर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूर रहे।
भाजपा के सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल होना है । जिसको लेकर जिले के दोनों मंत्रियों के भविष्य की भी चर्चाएं और कयासों का दौर शुरू हो गया है अगर चर्चाओं के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दोनों मंत्रियों से नाराज है तो आने वाले समय में मंत्रिमंडल के फेरबदल भी इसका असर देखने को मिलेगा।