बता दें की चाय वाली भाभी के नाम से मशहूर उषा गुप्ता को विश्वविद्यालय प्रशासन ने सम्मानित किया। जैसे ही उनका नाम पुकारा गया तो उन्हें मंच पर देखकर सीनेट हॉल छात्रों की तालियों से गूंज उठा । उषा गुप्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ पर पिछले 30 सालों से चाय बना रही हैं। देश के कई दिग्गज राजनेता और नौकरशाह इनकी चाय की चुस्कियों का स्वाद अब तक नहीं भूले हैं । पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर भी इनके ग्राहकों में से एक थे। छात्रों के बीच आम तौर पर यह भौजी के नाम से जानी जाती हैं। इनकी चाय के साथ. साथ कई नेताओं ने विधानसभा और संसद तक कि यात्रा पूरी की है।
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रतनलाल हांगलू ने पिछले साल मोची के रूप में काम करने वाले परेशान रविदास को भी सम्मानित किया था। भौजी को सम्मानित करते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय सिर्फ शिक्षकों और छात्रों से नहीं बनता। हमारे समाज के ऐसे कई लोग हैं जो दिन रात हमारे लिए काम करते हैं पर हम कभी भी उनकी परवाह नहीं करते। हर व्यक्ति की सफलता के पीछे कई आम लोगों का हाथ होता है। लोकतंत्र में सबका सम्मान होना चाहिए। भौजी को सम्मानित होता देखकर पूरे सीनेट हॉल में एक भावुक दृश्य उपस्थित हो गया।
चाय वाली भाभी विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बच्चों की तरह व्यवहार करते हैं उनकी दुकान के सामने से गुजरने वाले हर शख्स का नाम है याद है क्या खास क्या आप जो भी विश्वविद्यालय का हिस्सा रहा है अगर वह सड़क से गुजरता है तो भौजी की दुकान पर जरूर रुकता है। भाभी का सम्मान करने के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति ने उन लोगों से भी प्रशंसा हासिल की जो सालों से उनका विरोध कर रहे हैं विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं सहित आम लोगों ने कुलपति के इस कार्य की सराहना की।