बेहद साधारण परिवार से निकले रिंकू सिंह की कहानी भी एकदम ऐसी ही है। कभी कोचिंग सेंटर में झाडू-पोछा लगाने पर मजबूर रिंकू सिंह रातोंरात सुपरस्टार बन जाएंगे ये उन्होंने शायद खुद भी नहीं सोचा होगा। पिछले तीन दिनों से हर तरफ उन्हीं के चर्चे हैं। उनकी इस उपलब्धि से उनके पिता खानचंद काफी खुश हैं।
एक बड़े संघर्ष के बाद रिंकू को वो मंच मिला है जहां वो खुद को साबित करने की सफल कोशिश कर रहे हैं। उनके संघर्ष की कहानी वो पसीने की बूंदें बयान करती हैं, जो आज भी गर्मी-सर्दी देखे बिना सिलेंडरों से भरा टेंपो चलाने की वजह से उनके पिता के माथे पर मौजूद रहती हैं।
आज उस पिता को अपने बेटे पर गर्व है जो सालों से मेहनत कर अपने परिवार का पेट भर रहे हैं। तब उनकी खुशी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो गया जब अलीगढ़ के डीएम ने उन्हें और उनके पूरे परिवार को बुलाकर ऑफिस में सम्मान दिया। जिले के डीएम ने रिंकू सिंह के पिता और परिवार की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के माध्यम से जनपद का नाम समूचे विश्व में रौशन करने वाले क्रिकेटर रिंकू सिंह के माता-पिता को सम्मानित किया। अन्य युवा रिंकू से सीख प्राप्त कर अपना भविष्य एवं देश का नाम रोशन करें। इस दौरान रिंकू सिंह के पिता और उनके परिवार की खुशी देखने लायक थी।
जिस दिन से रिंकू सिंह ने आईपीएल में इतिहास रचा है, उसी दिन उनके जिले में हर आदमी उनके पिता और परिवार को बधाई दे रहा है। जिन सड़कों पर गुजरते हुए उनका नाम तक कोई नहीं जानता था, आज उन्हीं सड़कों पर कई जगह उनका टेम्पो रुकवा कर लोग बधाई दे रहे हैं। अपने इस शहर में गुमनाम रहे रिंकू के पिता को बेटे के नाम पर जब ये सम्मान मिला तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।
अलीगढ़ के रिंकू ने कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की तरफ से अहमदाबाद में खेलते हुए रविवार को आखिरी ओवर में पांच गेंदों पर लगातार छक्के लगाए। इस कारनामे से गुजरात टाइटंस के हाथों से जीत छीन गई। इसके बाद से ही हर क्रिकेट प्रेमी के मन में रिंकू सिंह बस गए हैं।