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अलीगढ़

एएमयू स्कॉलर से दहशतगर्द बना मन्नान वानी साल भर भी तय न कर सका नफरत का रास्ता…

एमयू के छात्र से हिजबुल मुजाहिद आतंकी बने मन्नान वानी की मौत पर एएमयू में कोई चर्चा नहीं है। एएमयू ने मन्नान वानी को गलत रास्ते पर जाने के बाद हमेशा-हमेशा के लिए भुला दिया।

अलीगढ़Oct 11, 2018 / 06:04 pm

अमित शर्मा

अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) का रिसर्च स्कॉलर रहा हिजबुल मुजाहिद आतंकी मन्नान वानी को सेना ने कुपवाड़ा में एक ऑपरेशन के दौरान मार गिराया। एएमयू के छात्र से हिजबुल मुजाहिद आतंकी बने मन्नान वानी की मौत पर एएमयू में कोई चर्चा नहीं है। यहां दिन हमेशा की तरह सामान्य सा रहा। मन्नान वानी के इस गलत कदम की वजह से एएमयू को साख के संकट से जूझना पड़ा था। एएमयू के छात्रों को शक की नजरों से देखा गया लेकिन एएमयू ने मन्नान वानी को गलत रास्ते पर जाने के बाद हमेशा-हमेशा के लिए भुला दिया।
फ्लैशबैक
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू यूनिवर्सिटी) से पीएचडी कर रहे छात्र मन्नान बशीर वानी के कथित रुप से हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन ज्वाइंन करने की जानकारी 2018 में तब आई जब सोशल मीडिया पर उसकी एके-47 के साथ फोटो वायरल हुआ। फोटो वायरल होने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां उसके बारे में ब्योरा जुटाने में लग गईं। तत्कालीन एसएसपी राजेश पाण्डेय ने मन्नान वानी जिस हॉस्टल में रहता था, उसकी भी सघन तलाशी खुद जाकर ली थी।
दो जनवरी 2018 के बाद यूनिवर्सिटी से हुआ था गायब
पुलिस और एएमयू यूनिवर्सिटी प्रशासन की जांच में सामने आया था कि मन्नान वानी दो जनवरी के बाद से गायब हुआ था। पांच जनवरी को एके-47 के साथ उसकी फोटो वायरल हुई थी। मन्नान वानी की फोटो वायरल होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां उसके बारे में पता लगाने में लग गईं। एएमयू में कई बार तलाशी ली गई। एएमयू की साख पर भी उठाए गए। एएमयू के छात्रों को शक की नजरों से देखा गया लेकिन एएमयू ने मन्ना वानी का कभी साथ नहीं दिया। उसे बुरे सपने की तरह हमेशा के लिए भुला दिया।
कौन था मन्ना वानी
मन्नान वानी एएमयू यूनिवर्सिटी पीएचडी कर रहा था। मन्नान वानी मूल रूप से जम्मू -कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला था। वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुल पांच साल रहा। यहीं से उसने अपनी एमफिल पूरी की थी। इसके बाद एप्लाइड जियोलॉजी में पीएचडी पूरी कर रहा था इसी बीच वह आतंकवादियों के संपर्क मे आ गया और पीएचडी छोड़ कर बीच में ही चला गया और हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन ज्वाइन कर लिया।
पढ़ाई में था अच्छा
मन्नान बशीर वानी पढ़ाई में शुरु से काफी अच्छा रहा। जानकारी के मुताबिक वह एक सम्पन्न परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके पिता शिक्षक हैं, उसका भाई जूनियर इंजीनियर बाताया जाता है।

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