नब्ज की जांच स्मार्टवॉच से की जा रही है। बीते दो वर्षों में स्मार्टवॉच की बिक्री छह गुना ज्यादा बढ़ गई है। कोरोना काल के बाद बढ़ी हेल्थ अवेयरनेस के चलते इसकी मांग और बिक्री बढ़ी है।
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y हर एक्टीविटी ट्रैकराकेश भागवानी के अनुसार स्मार्टवॉच फोन से ब्लू टूथ और ईसिम मोड में कनेक्ट होती है। खासियत के अनुसार यह शरीर की हर गतिविधि को ट्रैक करती है। यह हार्ट रेट, कैलोरी बर्न, ब्लड ऑक्सीजन, एक्टीविटी ट्रैकिंग जैसी कई गतिविधियों का रिकॉर्ड रखती है।
करण मोटवानी ने बताया कि कॉल वॉच पर दिखाई देगा। आपको फोन देखने की जरूरत नहीं है। साइक्लिंग, प्लेइंग से कितनी कैलोरी बर्न हुई उसका पता चल जाता है। इससे टारगेट पूरे करने में मदद मिलती है। यहां तक कि आपकी सुकून भरी नींद के घंटे भी बता देगी।
रेन्ज बिक्री %
1 से 3 हजार 70
10 से 50 हजार 25
50 हजार से अधिक 5 कॉल कंट्रोल, बॉडी ट्रैकिंग
स्मार्टवॉच का दूसरा बड़ा फायदा मोबाइल कॉल अटैंड करने में है। रिंगटोन बजने पर अब मोबाइल देखने का चलन कम हो रहा है। लोग जेब में से मोबाइल निकालने की बजाय स्मार्ट वॉच से ही कॉल अटैंड कर रहे हैं। लोगों के लिए स्मार्टवॉच फोन के साथ-साथ बॉडी की ट्रैकिंग का भी काम कर रही है। बटन दबाते ही हार्ट रेट, ब्लड ऑक्सीजन, स्टेप, एक्टीविटी बता देती है। बाजार में 1 हजार से 1 लाख रुपए तक की रेन्ज में स्मार्ट वॉच उपलब्ध हैं। 2021 में मोबाइल के साथ स्मार्टवॉच लेने वालों का अनुपात 2 से 3 प्रतिशत था। अब यह 20 प्रतिशत के पार पहुंच गया है।
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डिजिटली कंट्रोल हो रही फिजिकल लाइफआजकल लोग एक्टीविटी को लेकर काफी सतर्क हैं। स्मार्ट वॉच पूरा रिकॉर्ड रखती है। वो भी बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के। आपको बस कलाई पर बांधकर रखनी है। स्मार्ट वॉच है तो जॉगिंग-जिमिंग के दौरान फोन ले जाने की भी जरूरत नहीं।
पीयूष अग्रवाल