भू-राजस्व कर वित्तीय वर्ष 2019 में भू-राजस्व के लिए 35499.76 लाख रुपए का लक्ष्य दिया गया था। इसके मुकाबले 32169.02 लाख रुपए ही वसूल हुए। वसूली प्रतिशत 90.62 प्रतिशत रहा। वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम 6 माह में भू राजस्व से 282.50 करोड़ रुपए की वसूली होनी थी उसमें से मात्र 78.40 फीसदी के रूप में 221.50 करोड़ रुपए ही वसूल हो सके।
सिंचाई कर वित्तीय वर्ष 2019-20 में सिंचाई कर के पेटे 2 करोड़ 45 लाख 85 लाख रुपए के लक्ष्य में से मात्र 34.77 फीसदी 85.49 लाख रुपए ही वसूल हुए। वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम 6 माह में लघु सिंचाई कर से 0.40 करोड में से 0.27 करोड़ वसूल हो सके यानी 67.50 प्रतिशत। मध्यम सिंचाई कर भी 72.16 प्रतिशत वसूली के साथ 0.97 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 0.70 करोड़ वसूले जा सके।
केवल मुख्य सिंचाई कर ही हो सका प्राप्त गत वर्ष राजस्व मंडल को केवल मुख्य सिंचाई कर में ही लक्ष्य हासिल हो सका था। मुख्य सिंचाई कर से राजस्व मंडल को 0.11 करोड़ की वसूली करनी थी जबकि मंडल ने 0.17 करोड़ की वसूली कर 154.55 प्रतिशत वसूली की।
घटता गया सिंचाई कर कभी सिंचाई कर के पेटे राजस्व मंडल करोड़ों रूपए की वसूली करता था लेकिन बूंदी, टोंक व धौलपुर जिले में सिंचाई परियोजनाओं को राजस्व मंडल से लेकर सिंचाई विभाग को स्थानांतरित किए जाने से आय सिमट कर डेढ़ करोड़ रूपए तक ही रह गई है।