प्रदेश में वर्ष 1949 में राजस्थान लोक सेवा आयोग सेवा का गठन हुआ है। साथ ही इसका कार्य निर्धारण राजस्थान लोक सेवा आयोग नियम एवं शर्तें 1963, राजस्थान लोक सेवा आयोग ( शर्तें एवं प्रक्रिया का मान्यकरण अध्यादेश -1975, नियम-1976) के तहत हुआ है। आयोग में अनुभागवार वरिष्ठ उपसचिव, उप सचिव, सहायक सचिव, अनुभाग अधिकारी, कनिष्ठ लिपिक, वरिष्ठ लिपिक, चालक और चतुर्थ श्रेणी कार्मिक कार्यरत हैं। साल दर साल सेवानिवृत्तियों (retirement) के चलते यहां रिक्त पदों (vacant post)की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौजूदा वक्त यहां 40 प्रतिशत से ज्यादा पद खाली हैं। इसके चलते मौजूदा स्टाफ पर कामकाज का बोझ बढ़ रहा है।
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RAS Mains 2018: कॉपियों की जांच में जुटा आरपीएससी खुद करेगा नई भर्तियांआयोग में रिक्त और नए पदों (new post)पर भर्तियां कराई जानी हैं। अध्यक्ष दीपक उप्रेती
(Deepak upreti) ने सरकार और कार्मिक विभाग से बातचीत की है। उन्होंने सरकार से भर्तियों की शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह भी किया है। इसके तहत स्वीकृत पदों (sanctioned post) पर आवेदन लेकर प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भर्तियां कराई जाएंगी। समय रहते नई भर्तियां होने पर आयोग को विभागवार नए कर्मचारी और अधिकारी मिल सकेंगे। मालूम हो कि आयोग आरएएस एवं अधीनस्थ परीक्षा के अलावा कॉलेज, तकनीकी और मेडिकल शिक्षा, कृषि, प्रधानाध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, जनसंपर्क विभाग, मत्स्य पालन विभाग,फॉरेंसिक लेब और अन्य महकमों के लिए भर्ती परीक्षाएं (exam)-साक्षात्कार (interview) कराता है। बढ़ते कामकाज की तुलना में यहां स्टाफ कम है।
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Head master exam : आरपीएससी ने जारी की प्रोविजनल लिस्ट पिछले साल किया था आंदोलन नई भर्तियां नहीं होने पर पिछले साल कर्मचारियों (rpsc staff)ने एक सप्ताह तक प्रदर्शन-आंदोलन (agitation) किया था। आयोग ने सरकार को पत्र भेजकर 58 नए पद मांगे थे। इनमें 8 वरिष्ठ उपसचिव, 2 उप सचिव, 6 सहायक सचिव, 8 अनुभाग अधिकारी, 30 कनिष्ठ लिपिक, 8 वरिष्ठ लिपिक, दो चालक और अन्य पद शामिल थे। यहां विभागीय पदोन्नति के तहत कई कार्मिक-अधिकारी पदोन्नत हो गए, पर नए पदों पर भर्तियां नहीं हो पाई हैं।
आयोग खुद अपने पदों पर भर्तियां करना चाहता है। उच्च स्तर पर बातचीत चल रही है। जैसे ही मंजूरी मिलेगी आवेदन और परीक्षा के जरिए भर्ती करेंगे। दीपक उप्रेती, अध्यक्ष राजस्थान लोक सेवा आयोग