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Pushkar- पूरा गांव पी रहा था चोरी का पानी सुरक्षा व्यवस्था पर एक नजर मंदिर खुलने के साथ ही मुख्यद्वार की सीढिय़ों पर मेटल डिटेक्टर(metal detector) तो लगा है जिसमें से दर्शनार्थी के गुजरने पर केवल बीप की आवाज सुनाई पड़ती है। लेकिन दर्शनार्थी अपने साथ क्या ले जा रहा है यह रिकॉर्ड पर नहीं आता। यहां जिला पुलिस (police)के दो हैडकांस्टेबल व आठ पुलिसकर्मी दो शिफ्ट में मंदिर खुलने से लेकर बंद होने तक प्रवेशार्थी श्रद्धालुओं की जांच करते हैं। भीड़ की अधिकता में इनके हाथों के एचएचएमडी से खानापूर्ति के बतौर अपराधियों में डर का भ्रम उत्पन्न्न करने के लिए चैकिंग की जाती है। मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों ओर बंकरों के पीछे आरएसी के दो हैडकांस्टेबल व आठ सशस्त्र जवान चौबीस घंटे शिफ्टों में तैनात रहते हैं। मंदिर अस्थाई प्रबंध कमेटी की ओर से भीतर मंदिर परिसर में पांच निजी गार्ड लगाए गए हैं।
34 में से 6 सीसीटीवी कैमरे बंद मंदिर में कुल 34 सीसीटीवी कैमरे (Cctv cameras) लगे हैं जिनमें से 6 बंद पड़े हैं। इनकी रिकॉर्डिंग के लिए तीन एलसीडी लगाई गई है। लेकिन ब्रह्मा-गायत्री की प्रतिमा के गर्भगृह में कोई कैमरा नहीं लगा है और न ही रिकॉर्डिंग की व्यवस्था है। वीआइपी कल्चर दर्शन व्यवस्था के तहत गर्भ गृह में प्रवेश करके कोई भी मूर्तियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
पुजारी का एतराज ब्रह्मा मंदिर के गर्भगृह में कैमरे लगाने को लेकर तात्कालीन जिला कलक्टर (collector )एवं प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोयल की अध्यक्षता में बैठक के दौरान कई बार चर्चा चली लेकिन पुजारी ने इस पर हर बार एतराज किया। पुजारी का तर्क था कि गर्भगृह में कैमरे लगाने से प्रतिमाओं का शृंगार व गोपनीयता भंग हो जाएगी। यही कारण रहा कि इस पर कोई कदम नही उठाया जा सका। जबकि देश के बड़े बड़े मंदिरों में गर्भ गृह में कैमरे लगे है बस फर्क इतना है कि मूर्ति का शृंगार व एकान्त के समय कैमरे बंद कर दिए जाते हैं।
Kawad yatra :
इनका कहना है ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा पुख्ता की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ आरएसी के सशस्त्र जवान व पुलिसकर्मी तैनात है। गर्भगृह, शिवमंदिर, दुर्गा मंदिर में सीसीटीवी रिकॉर्डिग जरूरी है। यह व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा है।
– देविका तोमर, सचिव ब्रह्मा मंदिर अस्थाई प्रबंध कमेटी एवं एसडीएम पुष्कर