राज्य में अजमेर (ajmer) के बॉयज और महिला इंजीनियरिंग कॉलेज समेत झालावाड़ (jhalawar), भरतपुर (bharatpur), बीकानेर (bikaner), बांसवाड़ा (banswara), धौलपुर (dhaulpur), करौली (karauli), बारां (baran)और बाडमेर (barmer) के अलावा भीलवाड़ा (bhilwara) में इंजीनियरिंग कॉलेज (engineering college) संचालित है। यह कॉलेज करीब 20-30 साल से अपने नाम के आगे राजकीय
(government) शब्द लिख रहे हैं।
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Rain in Ajmer : ताबड़तोड़ बरसात हुई, सडक़ों पर भर पानी राजकीय शब्द का प्रयोग नहीं तकनीकी शिक्षा विभाग
(technical education dept) के संयुक्त सचिव ने सभी इंजीनियरिंग कॉलेज प्राचार्यों को पत्र (letter to principals) भेजा है। इसमें साफ कहा गया है कि कॉलेज राजकीय शब्द का (remove govt word) प्रयोग नहीं करेंगे। इनके नाम अब अंग्रेजी में ‘एन ऑटोनॉमस इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान ’ लिखे जाएंगे।
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Anasagar lake: बरसात कम, बंद किए आनासागर के चैनल गेट बोर्ड ऑफ गवर्नर बैठक 9 कोप्राचार्य डॉ. जितेंद्र डीगवाल ने बताया कि बॉयज और महिला इंजीनियरिंंग कॉलेज की बोर्ड ऑफ गवर्नर (board of governors )की बैठक 9 सितंबर को होगी। नियमानुसार इसमें सरकार और तकनीकी शिक्षा विभाग के आदेश (order) को रखा जाएगा। बैठक में फैसला होने के बाद दोनों कॉलेज के नाम के आगे राजकीय शब्द हटाया जाएगा।
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Law college: बीते सत्र के 61 दिन, दाखिलों पर छाई धुंध स्वायत्तशासी संस्थाओं के अधीनप्रदेश में 1997-98 और उसके बाद स्थापित अधिकांश इंजीनियरिंग कॉलेज का संचालन स्वायत्तशासी समितियां
(autonomous committee)कर रही हैं। इनकी बोर्ड ऑफ गवनर्स में तकनीकी शिक्षाविद्, व्यवसायी (businessman), शिक्षक (teachers) और अफसर (officers) शामिल हैं। तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री इसके पदेन अध्यक्ष हैं।