ऐसा ही एक मामला अजमेर जिले के किशनगढ़ का सामने आया है। यहां अवैध संबंधों के चलते प्रेमी lover के साथ मिलकर एक महिला ने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के चौदह दिन बाद मृतक का सिर कंकाल के रूप में पुलिस को टिकावड़ा के जंगल में मिला। साथ ही पुलिस को शरीर के कुछेक हिस्से की हड्डियां भी मिली हैं।
प्रेमी-प्रेमिका ने कबूला गुनाह
पूछताछ में वारदात करने पर पुलिस ने आरोपित महिला एवं उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। मृतक के भाई दिलीप जाट ने 6 मार्च को शाम को गांधीनगर थाने पहुंच प्राथमिकी दर्ज कराई। दिलीप ने रामस्वरूप, लीला एवं दो तीन अन्य पर हत्या का शक जताया। गांधीनगर पुलिस ने रात को ही शक के आधार पर रामस्वरूप और लीला को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने पुखराज की हत्या करने और शव को टिकावड़ा के जंगल क्षेत्र में पेट्रोल से जलाने की बात स्वीकार की है।
बीयर में मिलाया नशीला पदार्थ
एडिशनल एसपी किशनसिंह भाटी एवं डिप्टी गीता चौधरी मय जाप्ता शनिवार सुबह आरोपित के बताए टिकावड़ा की जगह पहुंचे। यहां करीब दो किलोमीटर की परिधि में शव की तलाश की। पुलिस को क्षेत्र में ही एक नर कंकाल भी मिल गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित रामस्वरूप ने बताया कि लीला बजरंग कॉलोनी स्थित घर (पीहर) अकेली रहती थी। इस दौरान पुखराज भी कभी-कभार लीला से मिलने आया करता था। 22 फरवरी की रात को लीला ने पुखराज को घर बुलाकर इसकी जानकारी अपने प्रेमी रामस्वरूप को दे दी। यहां पुखराज को बीयर पिलाई और मौका पाकर नशीला पदार्थ मिला दिया।
अचेत होने पर सर पर किया वार
बीयर पीने के बाद पुखराज अचेत हो गया। आधी रात को रामवरूप ने धारदार हथियार से pukhraj पुखराज के सिर पर वार कर हत्या कर दी। सुबह 23 फरवरी को रामस्वरूप ने कट्टे में पैक लाश को अपनी मोटरसाइकिल पर पीछे बांध लिया। लाश को ठिकाने लगाने के लिए टीकावड़ा के जंगल में चला गया। यहां मनरेगा कार्य में खोदे गड्ढ़े में कट्टे समेत लाश को पटक कर पेट्रोल छिडक़ कर आग लगा दी।