-युवाओं में छिपी हुई प्रतिभा को उजागर करना
-भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए टीम भेजना
-कैंपस और कॉलेज में सह शैक्षिक गतिविधियों (academic activities) को बढ़ावा देना
-भारतीय सभ्यता (indian civilization) और संस्कृति (culture) से युवाओं को रूबरू कराना
शास्त्रीय (classical) एवं पाश्चात्य गायन (western) (एकल) एकल और युगल गीत (songs), नृत्य,एकल (वाद्य यंत्र) वाद्य यंत्र (instrument), समूह नृत्य (group dance), स्पॉट पेंटिंग (spot painting), माइम (mime), वाद-विवाद (debate) सहित अन्य
अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा और नागौर के कॉलेज
-महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कैंपस के विद्यार्थी read more: RPSC: मुख्य परीक्षा के लिए 1228 अभ्यर्थी सफल घोषित कुलपति तय करेंगे कार्यक्रम
भारतीय विश्वविद्यालय संघ (association of indian universities ) प्रतिवर्ष ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ और साउथ जोन सांस्कृतिक कार्यक्रम (cultural programme) कराता है। इसमें देश के सभी विश्वविद्यालयों (universities) की टीम सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए शामिल होती हैं। लिहाजा कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह (prof r.p.singh) अन्तर कॉलेज सांस्कृतिक कार्यक्रम की तिथियां तय करेंगे। इसमें से विश्वविद्यालय की टीम (team) का चयन होगा। समय पर कार्यक्रम होने से विश्वविद्यालय की टीम को भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सांस्कृतिक प्रतियोगिता की तैयारी करने में पर्याप्त समय मिल सकेगा।
2 दिन चलेंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
4 जिलों और विवि कैंपस के विद्यार्थी होंगे शामिल
15 से ज्यादा होंगी सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं