बिरला ने दरगाह कमेटी अध्यक्ष व सदस्यों से दरगाह में चल रहे विकास कार्यों की भी जानकारी ली। पठान ने उन्हें बताया कि दरगाह में निजाम गेट और अकबरी मस्जिद में सौंदर्यकरण का कार्य चल रहा है। साथ ही झालरे में साफ सफाई का कार्य शुरू किया जा चुका है। झालरे में धूप से बचाव के लिए छतरिया भी लगा दी गई है।
पठान ने बिरला से आग्रह किया है कि प्रसाद योजना और सीएसआर के तहत दरगाह में स्वीकृत कार्यों की गति काफी धीमी है। इसमें तेजी लाने के निर्देश जारी किए जाए। साथ ही पठान ने मांग की है कि उर्स में व्यवस्थाओं के लिए दरगाह कमेटी को अलग से कोई बजट नहीं मिलता है। जबकि उर्स में देश विदेश से लाखों जायरीन अजमेर आते हैं। उनके लिए व्यवस्था के लिए दरगाह कमेटी को करीब दस करोड़ रुपए का बजट जारी किया जाना चाहिए। इससे उर्स के दौरान जायरीन के ठहरने के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जा सकेगी। साथ ही जायरीन की सहूलियत के लिए उर्स के दौरान कई कार्य किए जा सकेंगे। पठान ने बताया कि वर्तमान में दरगाह कमेटी अपने स्तर पर ही उर्स के दौरान व्यवस्थाओं को अंजाम दे रही है। यहां तक कि जिला प्रशासन को भी केंद्र से उर्स के लिए कोई बजट नहीं मिलता। नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण सहित सभी विभागों के सहयोग से वर्तमान में व्यवस्थाएं की जा रही है। उर्स के लिए अलग से बजट जारी होगा तो वह पैसा केवल उर्स की व्यवस्थाओं पर ही खर्च हो सकेगा। गौरतलब है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान दोनों ही कोटा के हैं। पठान ने लोकसभा में नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल से भी मुलाकात की।