डोनेट ए पुस्तक (Donate A Book) योजना के तहत कोई भी पुस्तक दान कर सकेगा। इनमें शिक्षक (teachers), पूर्व विद्यार्थी (ex-students), आम नागरिक (general peoples) शामिल होंगे। एकत्रित हुई किताबों से सामुदायिक लाइब्रेरी बनाई जाएगी। इनका संचालन शिक्षकों की समिति (teachers committee) करेगी। समिति में 5 से 10 विद्यार्थियों को सह सदस्य (co opted members) बनाया जाएगा। समिति में नामित विद्यार्थियों का कार्यकाल अधिकतम दो साल का होगा।
निदेशालय ने साफ किया है, कि किताबें नियमित कोर्स (regular course) -पढ़ाई से जुड़ी होनी चाहिए। कोर्स की किताबें (course books) तीन साल और प्रतियोगी परीक्षा (competitive exams) की किताबें दो साल पुरानी नहीं होंगी। साहित्यिक पांडुलिपि श्रेणी से जुड़ी किताबों के लिए कोई अवधि नहीं होगी। विद्यार्थियों को बुक-शेयरिंग (book sharing), स्टडी, को-ऑपरेटिव मॉडल (coopertaive modal) से काम करने का प्रशिक्षण भी मिलेगा।
-प्राथमिकता में पहले बीपीएल और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी
-दूसरी प्राथमिकता में नियमित विद्यार्थी
-तीसरी प्राथमिकता में उच्च श्रेणी/श्रेष्ठ विद्यार्थियों को किताबें