आवाजाही शुरू हो सकेगी
उम्मीद की जा रही है कि आगामी एक जनवरी यानी नए साल के पहले दिन से इस अंडरपास से पैदल राहगीरों के साथ ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकेगी। इस अंडरपास का अधिकृत रूप से लोकार्पण भी किया जाना है, लेकिन तब तक राहगीरों और वाहनों की आवाजाही के लिए यह अंडरपास उपलब्ध रहेगा।
11-11 सीमेंटेड बॉक्स लगाए
कई सालों के इंतजार और क्षेत्रीय लोगों की मांगों के बाद गांधीनगर और मदनगंज के बीच आवागमन के लिए पुराना रेलवे स्टेशन परिसर में अंडरपास निर्माण कार्य शुरू हुआ। आवागमन के लिए अंडरपास के लिए दोनों तरफ 11-11 सीमेंटेड बॉक्स लगाए गए हैं। ठेका कम्पनी ने प्रथम चरण में जून महीने में यह 22 सीमेंटेड बॉक्स लगाने का कार्य पूरा कर लिया था। वर्तमान में दोनों तरफ के अंडरपास के साथ ही सुरक्षा दीवार और सड़क आदि निर्माण कार्य पूरा हो गया है।
100 फीसदी काम पूरा
अंडरपास की दीवारों पर रंग-रोगन के साथ निर्माण से संबंधित 100 फीसदी काम पूरा हो गया है। वर्तमान में लोहे के शेड के लिए पोल भी लगा दिए गए हैं और इन पोलों पर लोहे का जाल भी बिछाया जा चुका है। अब इन जाल पर लोहे के शेड लगेंगे। यह शेड अंडरपास के दोनों तरफ लगाए जा रहे हैं। इन पर रंग-रोगन किया जा रहा है। शेड लगाने का यह काम दो तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा। यह शेड बारिश के पानी को अंडरपास में जाने से बचाएगा। शेड के लिए पूरा फाउंडेशन वर्क कर लिया गया है।
मौके पर ही तैयार हुए सीमेंटेड बॉक्स
पुराना रेलवे स्टेशन परिसर के स्थान पर गांधीनगर और मदनगंज के बीच पैदल राहगीरों और छोटे वाहनों के लिए अंडरपास का निर्माण किया गया। ठेका कम्पनी ने अंडरपास के लिए सीमेंटेंड ब्लॉक भी मौके पर ही तैयार किए। 2.5 मीटर ऊंचाई और 5 मीटर चौड़ाई के यह 22 सीमेंट के ब्लॉक मौके पर बनाए गए। करीब 34 मीटर लम्बाई का यह अंडरपास तैयार किया गया है। यहां से कार, पिकअप और लोडिंग टैम्पो आदि वाहनों का आसानी से आवागमन होगा।
दुर्घटनाओं से मिलेगी निजात
मदनगंज से गांधीनगर और गांधीनगर से मदनगंज की तरफ आने जाने पैदल राहगीरों और दुपहिया वाहनों के लिए यह अंडरपास सुलभ यातायात का साधन बनेगा। वर्तमान में दोनों तरफ के लोगों को मजबूरन रूपनगढ़ रोड स्थित आरओबी पुलिया के नीचे से रेलवे ट्रेक से आवाजाही करनी पड़ रही है।