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(Rain)बारिश का अस्पताल में कहर: मशीनों का पानी ने किया ‘एक्सरे Ó गुरुवार को ताबड़तोड़ बारिश (heavy rain) से शहर पानी-पानी हो गया था। मूसलाधार बारिश का पानी कई इलाकों में भर गया। वैशाली नगर सेक्टर-तीन, गुलमोहर कॉलोनी, सागर विहार कॉलोनी, जादूघर, नगरा, अलवर गेट और आसपास के इलाकों में गलियों-सडक़ों पर पानी (water store) भरा हुआ है। नगर निगम (municipal corporation) और एडीए (ADA) ने पम्प लगाकर पानी नालों में डाला पर प्रयास विफल हैं। इससे कई-बड़े और छोटे नाले लबालब हैं।
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Heavy rain: आनासागर और पुष्कर में ध्वस्त हुए पुराने रिकॉर्ड काजी का नाला, आंतेड़ का नाला, जवाहर नाडी, लोहागल-शास्त्री नगर की पहाड़ी क्षेत्रों के नालों में पानी बहता रहा। इसके अलावा पंचशील-माकड़वाली रोड, राजीव कॉलोनी-एलआईसी कॉलोनी, अजयपालबाबा मंदिर के निकट पहाडिय़ों से झरने भी बहते नजर आए। आनासागर झील में पानी की आवक
(water increase)बनी हुई है।
डूब जाएगा समूचा शहर शहर में 114.2 मिलीमीटर बरसात ने केवल झलक दिखाई है। इसने ही आनासागर और नालों को उफान (sever water) पर ला दिया। निचले इलाके के कई घरों-दुकानों में घुटनों तक पानी घुस गया। सरकारी दफ्तर, जेएलएन अस्पताल, निजी-सरकारी स्कूल परिसरों में पानी (water in campus) भर गया। यह मंजर भविष्य की तबाही
(danger on ajmer) की ओर इशारा कर रहा है। यदि शहर में एक साथ एक दिन में दस इंच बारिश हो जाए तो भयावह (critical)हालात हो सकते हैं। शहर में गिरने वाला 10 इंच पानी (1o inch rain) कहां जाएगा इसका जिला प्रशासन, नगर निगम और एडीए को अंदाजा भी नहीं है।
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heavy rain: आनासागर में रिकॉर्ड तोड़ पानी, उफन पड़े चैनल गेट यह इलाके तो डूब जाएंगे… अगर 10 इंच बरसात हो गई तो खासतौर पर धौला भाटा, नगरा, प्रकाश रोड, सुनहरी कॉलोनी, जादूघर, आर्य नगर, नौ नंबर पेट्रोल पंप, अशोक नगर भट्टा, विनय नगर, पालबीचला, श्रंगार चंवरी, आदर्श नगर, सुभाष नगर से सटे निचले इलाके जलमग्न
(water) हो जाएंगे। इनमें घरों और नाले-नालियों का पानी का स्तर बराबर होगा। यहां से पानी की निकासी (rain water) करना भी आसान नहीं है। ऐसे में सरकार और प्रशासन को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा वैशाली नगर, पंचशील, जयपुर रोड, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल, दरगाह इलाके में भी हालात बदतर हो जाएंगे।
वो 1975 की बाढ़… 18 जुलाई 1975
(1975 flood)के नजारे को उस वक्त की पीढ़ी कभी नहीं भुला सकती है। एक दिन में अजमेर में 900 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात ने जबरदस्त तबाही (ajmer city) मचा दी। उस वक्त अजमेर का ज्यादातर दायरा परकोटे के अंदर ही थी। बाहरी इलाकों में क्रिश्चियनगंज, लिंक रोड, वैशाली नगर-बधिर विद्यालय और कुछेक कॉलोनी थी। ऐसे में इन इलाकों में आनासागर का पानी बहुत बड़े क्षेत्र (करीब 25 से 26 फीट) तक फैल गया था। अंदरूनी और बाहरी इलाकों में तो कई घरों में महीनों तक पानी भरा रहा था।