इसके बाद उसने ई-मित्र के माध्यम से जालसाज द्वारा बताए गए खाते में 6 हजार रुपए जमा करा दिए। थोड़ी देर बाद फिर से फोन आया और 12 हजार रुपए जमा कराने के लिए कहा गया। इस बार भी उसने 6-6 हजार रुपए दो बार में जमा करा दिए। इसके बाद फिर से 5 हजार रुपए जमा कराने की बात कही गई तो उसे ठगे जाने का अहसास हुआ। उसने लोगों से जानकारी की तो स्थिति साफ हो गई।
गहने गिरवी रख कर उधार लाया रुपए
बताते हैं कि पीरू लौहार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। 25 लाख रुपए की लॉटरी की सूचना मिलते ही मानो उसकी उम्मीदों को पंख लग गए। पीरू जालसाज के झांसे में आ गया और जैसा उसने कहा, वह करता गया। जालसाज ने उसके मोबाइल पर एक वीडियो व इमेज भी बना कर डाली। जिसमे उसे 25 लाख रुपए का विजेता बताया गया।
पीरू लौहार के पास टैक्स के रूप में जमा कराने के लिए उसके पास रुपए नहीं थे, तो उसने अपनी मां के गहने गिरवी रखकर रुपए उधार ले लिए और जालसाज द्वारा बताए खाते में जमा करा दिए। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।