पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा ने बताया कि 8 अक्टूबर रात एएसपी परामर्श एवं सहायता केन्द्र सुनीलकुमार तेवतिया के निर्देशन में मानव तस्करी विरोधी यूनिट व चाइल्ड लाइन टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए किशनगढ़ से एक १२ वर्ष के नाबालिग को बालश्रम से मुक्त कराया। बालक को बहुत कम पारिश्रमिक देकर उसे 8 से 10 घंटे काम कराया जाता था। मानव तस्करी विरोधी इकाई से प्रभारी कल्पना राठौड़, उप निरीक्षक अशोक विश्नोई, हैड कांस्टेबल हरभानसिंह, सिपाही रामस्वरूप व चाइल्ड लाइन से कुशालसिंह रावत व वनिता पंवार टीम में शामिल थे। उसके पुनर्वास के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया।
एएसआई प्रेम सिंह ने बताया कि टाटा पावर के जोनल मैनेजर व एईएन विकास फौजदार ने 5 अक्टूबर को थाने पर दी रिपोर्ट में बताया कि अजयपाल रोड अजयसर में खातून बानों के खेत पर कृषि कनेक्शन के लिए विद्युत ट्रांसफार्मर लगाया गया था। गतदिनों अज्ञात चोर खेत में लगे ट्रांसफार्मर से कॉपर वायर चोरी कर ले गए। पुलिस ने फौजदार की रिपोर्ट पर राजस्थान विद्युत अधिनियम में प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
सहायक उप निरीक्षक चांद सिंह ने बताया कि ८ अक्टूबर को इस्तगासा से परिवादी जोंसगंज निवासी रिषभ सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसने ललित कुमार, चित्रा शर्मा और कृष्ण कुमार से रामगंज स्थित सम्पत्ति की खरीद के लिए इकरार किया। आरोपियों ने उसको स्वयं की सम्पत्ति बताकर बेचान के बदले अग्रिम भुगतान कुल साढ़े ७ लाख रुपए प्राप्त कर इकरारनामा निष्पादित करवाया। जब उसने सम्पत्ति को स्वयं के नाम कराना चाहा तो इकरारनामे पर चौथे साझेदार वाणी शर्मा के हस्ताक्षर फर्जी होना पता चले। जबकि सम्पत्ति ललित कुमार, चित्रा शर्मा व कृष्ण कुमार ने अपनी होना बताकर बेचान किया था। पुलिस ने रिषभ सिंह की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी है।