उधर दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन ने साफ कहा है कि उन्हें इस तरह की धमकियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि इससे मेरी राष्ट्रीयता कम नहीं होगी और मैं मेरे बयान पर कायम हूं।
दरगाह दीवान आबेदीन अली ने कश्मीर में धारा 370 हटाने के फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से जो वादा किया था वह पूरा करके दिखाया है। इसके लिए देश की संसद, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बधाई के पात्र हैं। दरगाह दीवान ने 5 अगस्त को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अनुच्छेद 35 ए पिछले 70 साल से विवादास्पद रहा है। 1949 में इसे अस्थाई तौर पर जोड़ा गया था। समय-समय पर इसे हटाने की आवाज आती रही लेकिन कांग्रेस सहित अन्य राजनैतिक पार्टियों ने अपने स्वार्थ के कारण इस मसले को अनावश्यक रूप से अटकाए रखा। उन्होंने कहा कि देश और विदेशों में रहने वाले मुसलमान और देश की जनता भी इस फैसले को लेकर सरकार के साथ है।