कराएंगे डी सिल्टिंग आयुक्त के अनुसार पाथ-वे बनने के बाद झील के अंदर जमा पुरानी मिट्टी soilव गंदगी को भी बाहर निकाला जाएगा। जिससे इसकी भराव क्षमता को और बढ़ाया जा सके। पाथ वे बनने से शहर के लोगों को झील के चारो ओर घूमने व मॉर्निग वॉक आदि का आनन्द मिलेगा।
पानी निकासी के लिए 25 पुलिया आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में पाथ वे निर्माण का काम तीन जगहों पर चल रहा है। इसकी कुल लम्बाई 4 किलोमीटर है। पाथवे पर पानी की निकासी water drainageके लिए 25 पुलिया culverts (कलवर्ट) बनाई जा रही हैं। इनसे आसपास की कॉलोनियों व नाली नालों का बरसाती पानी आना सागर में जा सकेगा। आनासागर का बैक वाटर इसके जरिए किनारे तक पहुंेगा। 700 मीटर के पहले पाथवे पर5 पुलिया बनाई जा रही है। इससे कॉलोनियों का बरसाती व नालियों का पानी आनासागर में जा सकेगा। आनासागर का पानी इनके जरिए पीछे की तरह भी भरा रहेगा। इसी तरह 1800 मीटर के दूसरे पाथवे पर 11 पुलिया बनाई जा रही हैं। इनसे पानी की निकासी होगी। इसके अलावा 700 .700 मीटर के दो पाथवे पर भी 7 पुलियाएं बनाई जा रही हैं। इनसे पानी की आवाक जावक होगी। आयुक्त ने बताया कि नगर निगम की टीम आना सागर क्षेत्र में अवैध निर्माण रोकने के लिए लगातार मॉनीटरिंग कर रही है।