आपस की बातों में उलझाया जा रहासाधारण सभा में महापौर स्वयं कह चुके है कि मैंने कोई लिफाफा नहीं दिया है। हमने भी कोई लिफाफा नहीं लिया। जमीनों को लेकर सांखला और वालिया के बीच आपस में विवाद के कारण ही यह हो रहा है।- द्रोपदी देवी, पार्षद कांग्रेस
पार्षदों को लिफाफा दिए जाने का आरोप निराधार है। आरोप लगाने वाला इसे साबित करें। इससे हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है। सांखला और वालिया के बीच आपसी विवाद के कारण ऐसे आरोप लगाए गए।- सन्तोष मौर्य, पार्षद भाजपा
मंथली लेने और देने जैसी बात सरासर गलत है। ऐसा कुछ भी नहीं है। निगम में 60 पार्षद है। सबकी विचारधारा अलग-अलग होती है। कुछ लोग आपसी स्वार्थो को लेकर नगर निगम को बदनाम कर रहे है। – महेन्द्र जादम, पार्षद भाजपा
– चन्द्रेश सांखला, पार्षद
जांच में हो जाएगा खुलासासाधारण सभा में जो मामला उठा था वह प्रदेश कमेटी के पास पहुंचा है। प्रदेश कमेटी की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
मुझे नहीं कोई जानकारी
विधानसभा चल रही है। मैं वहां पर हूं। मेयर ही इस पर टिप्पणी कर सकेंगे। मैं आकर उनसे चर्चा करूंगा। लिफाफे लेने-देने जैसी कोई जानकारी नहीं है।
शहर पर ध्यान देना चाहिए
मैं दिल्ली हूं, लेकिन न्यूज के माध्यम से मुझे इसकी जानकारी मिली। यह तो बातें है बातों का क्या। इसकी पुष्टि नहीं है। पार्षदों को शहर के विकास पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप में समय पूरा कर दिया है। स्मार्ट सिटी का फंड आया है वह समय से लग जाता तो शहर का विकास होता।
साधारण सभा में भाजपा का पार्षद ही मंथली देने का आरोप लगा रहा है तो इसकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। निष्पक्ष जांच में ही दूध का दूध पानी का पानी हो सकता है।