वहीं एटीएंडसी लॉस गत वर्ष के 36.10 प्रतिशत से बढ़कर 37.24 प्रतिशत हो गए हैं। जिसमें भी एक्सईएन रूरल के विदाउट एचटी टीएंडडी लॉस गत वर्ष 19.13 प्रतिशत से बढ़कर इस वर्ष जून माह तक संभावित 30.33 प्रतिशत हो गए हैं वहीं एटीएंडसी लॉस 35.36 प्रतिशत से बढ़कर इस वर्ष जून माह तक संभावित 44.48 प्रतिशत हो गए हैं। यह बढ़ोतरी साफ दर्शाती है कि मुख्यालय के सबसे समीप बैठे अधीक्षण व अधिशाषी अभियंता कितनी कुशलता से काम कर रहे हैं और निगम के निर्देशों को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।
एमपी एमएल फंड के कामों में भी लापरवाही
निगम के सिटी सर्किल में एमपी एमएल के स्वीकृत कार्यों में भी लापरवाही बरती जा रही है। यूसी सीसी देने में देरी तथा कार्यों की स्वीकृति जारी करने में भी लापरवाही बरती जा रही है। अधिकारी जिला स्तरीय बैठक में नहीं जाते। महिला सब डिवीजन कार्यालय के उद्घाटन को लेकर अधिशाषी अभियंता के अभद्र व्यवहार को लेकर जनप्रतिनिधियों ने सब डिवीनज का घेराव प्रबन्ध निदेशक के सामने ही घेराव किया गया था जैसे-तैसे मामले को रफादफा कर कार्यक्रम करवाया गया।
महिला एईएन ने की एमडी को शिकायत निगम द्वारा गठित राज्य के प्रथम महिला सब डिवीजन की महिला सहायक अभियंता की शिकायत पर अधिशाषी अभियंता (रूरल) दिनेश सिंह को फटकार लगाई है। उन्हें बांसवाड़ा भेजने की चेतावनी भी दी। सहायक अभियंता ने अधिशाषी अभियंता पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।
इनका कहना है
टीएंडडी लॉस का पता जुलाई के बाद ही चल पाएगा। एमडी ने बुलाया था, गेगल में धरना चल रहा था उसे हटाने के लिए कहा था। मै तो सहायक अभियंता को पूरा सहयोग कर रहा हूं।