वन उद्यान में पौधे और हरी घास लगाने का काम जारी है। यहां करीब 450 पौधे लगाए गए हैं। इनमें नीम, पीपल, बरगद, अमलताश, गुलमोहर और अन्य पौधे शामिल हैं। पेड़-पौधों और घास के लिए बोरिंग से पानी का इंतजाम किया गया है। वन विभाग को मानसून की सक्रियता का इंतजार है। इसके बाद घास और पौधे लगाने का काम तेजी से होगा।
उद्यान क्षेत्र में अरावली की पहाडिय़ां भी शामिल हैं। उद्यान को नीलगाय और अन्य पशुओं से बचाने के लिए वन विभाग पहाड़ी पर भी फेंसिंग कार्य करा रहा है। पहाड़ी पर लोहे के एंगल लगाकर तारबंदी जारी है। ऊंची पहाड़ी और पथरीला मार्ग होने के बावजूद विभाग ने यह काम किया है।
नगर वन उद्यान क्षेत्र में कई वन्य जीव भी दिखे हैं। कर्मचारियों की मानें तो यहां खरगोश, जरख, सेवली, हिरण और अन्य जीव-जंतु दिखाई दिए हैं। इसके अलावा क्षेत्र के बड़े पेड़ों पर तोता, मैना, कोयल और अन्य पक्षी भी बहुतायत में हैं। विभाग ने पक्षियों के लिए पेड़ों पर पानी के कुंडे भी लगाए हैं।
उद्यान के लिए प्रस्तावित जमीन : 75 हेक्टेयर
प्रस्तावित बजट : 1 करोड़ 75 लाख
यह कराए गए हैं निर्माण : वॉक-वे, दो व्यू पॉइन्ट, बायो टॉयलेट, चिल्ड्रन्स पार्क, नवगृह, योग वाटिका, साइकिल ट्रेक, पहाडिय़ों का पानी एकत्रित करने के लिए टैंक, गार्डन, स्मृति वन और अन्ययह लगेंगे पौधे-नीम, गुलमोहर, अमलताश, शीशम, बोगन वेलिया और अन्य छायादार पौधे