यह भी बढ़ें: Bullet train: साबरमती व ठाणे में होंगे ग्रीन डिपो दीपावली तक दौड़ सकती है संभवत: दीपावली तक यह ट्रेन अहमदाबाद-मुंबई के बीच दौड़ाई जाएगी। फिलहाल यह ट्रेन अहमदाबाद पहुंच चुकी है। यह देश की पहली पीपीपी मॉडल वाली ट्रेन है, जिसे चलाने का जिम्मा इंडियन रेलवे कैटरिंंग एंड ट्रैवल कॉर्पोरेशन
(IRCTC) को सौंपा गया है। इस ट्रेन का जिम्मा तीन वर्षों तक आईआरसीटीसी को सौंपा गया है।
हॉलेज कंसेप्ट पर चलेगी एक अधिकारी ने बताया कि यह ट्रेन हॉलेज कंसेप्ट पर चलाई जाएगी, जिसमें ट्रेन चलाने, उसकी टिकटिंग व ऑन बोर्ड सर्विस की जिम्मेदारी होगी। इसका मतलब है कि एक ट्रेन या एक कोच एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक पहुंचाने में रेलवे का एक खर्च आता है, जिसे हॉलेज कहते हैं। रेलवे हॉलेज चार्ज के तहत जिसे भी ट्रेन देगी उससे ट्रेन (Train) को रेलवे के नेटवर्क पर चलने में होने वाले खर्च और उस पर मुनाफा लिया जाएगा। बाकी ट्रेन के चलने में फायदा हो या नुकसान यह जिम्मेदारी उस ट्रेन को चलाने वाले की होती है।
आईआरसीटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक रेल मंत्रालय ने जो 100 दिनों की एक्शन प्लान (Action plan) तैयार किया है, उसमें इन ट्रेनों को चलाने की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी दी गई है। इसके लिए बकायदा रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी के बीच समझौता हुआ है। यह जिम्मेदारी तीन वर्षों आईआरसीटीसी को दी जाएगी। बाद में फिर से आईआरसीटीसी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच दौडऩे वाली यह ट्रेन सप्ताह में पांच दिन दौड़ेगी, जिसमें अठारह कोच लगाए जाएंगे। शुरुआत में इस ट्रेन में 12 कोच लगाए जा सकते हैं। बाद में और भी कोच बढ़ाए जाएंगे। ट्रेन में विज्ञापन लगाने और पार्सल-लगेज बुकिंग भी आईआरसीटीसी लगा सकेगी। इस ट्रेन में टिकटों की जांच के लिए आईआरसीटीसी के कर्मचारी होंगे। हालांकि रेलवे के कर्मचारी ट्रेन में औचक जांच कर सकेंगे। यह ट्रेन सप्ताह में पांच दिन दौड़ेगी, जो छह घंटे 30 मिनट में अहमदाबाद से मुंबई पहुंचाएगी।