शहर के सेक्टर-1 व 2 के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नीरज बड़गूजर ने बताया कि पूरे शहर में की गई कॉम्बिंग के दौरान शंकास्पद वाहनों की जांच की गई। सोमवार रात 11 बजे से मंगलवार सुबह 5 बजे तक 21 हजार से ज्यादा वाहन जांचे गए। यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाए गए 1741 वाहनों को पुलिस ने डिटेन किया है। इसमें सबसे ज्यादा 1113 वाहन सेक्टर-1 इलाके में डिटेन किए गए हैं। 628 वाहन सेक्टर-2 इलाके में डिटेन किए गए। ये ऐसे वाहन हैं जिनके चालक व मालिकों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे, या फिर ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों से 12 लाख 82 हजार रुपए का अर्थदंड भी वसूल किया गया है। 1685 चालान जारी किए गए हैं। कॉम्बिंग नाइट में सभी जोन के उपायुक्त, सभी थानों की पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम, ट्रैफिक पुलिस की टीमें भी जुटीं थीं।
नशे में वाहन चलाते हुए 152 को पकड़ा
बड़गूजर के अनुसार कॉम्बिंग नाइट के दौरान नशे की अवस्था में वाहन चलाते हुए 152 वाहन चालकों को पकड़ा गया। इनके विरुद्ध मोटर व्हीकल एक्ट 185 के तहत कार्रवाई की गई। सबसे ज्यादा ऐसे 143 वाहन चालक सेक्टर-2 इलाके (पूर्वी अहमदाबाद) में पकड़े गए, जबकि 54 को पश्चिमी अहमदाबाद इलाके में पकड़ा गया। इतना ही नहीं 470 अन्य लोगों को नशे की हालत में पकड़ा गया। इसमें से कई बुटलेगरों के अड्डों पर दबिश दी गई, जहां शराब पीते मिले लोग भी शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा 276 सेक्टर 1 इलाके और 194 सेक्टर दो इलाके से पकड़े गए। सूत्रों के तहत पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नशे की अवस्था में लोग पकड़े गए हैं। इतने लोग तो 31 दिसंबर की रात्रि को की जाने वाली कार्रवाई के दौरान भी नहीं पकड़े जाते हैं। ऐसे में अब सवाल उठता है कि शहर में शराब बंदी है तो यह लोग कहां से शराब लाकर पी रहे हैं। क्या शहर में शराबबंदी का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है।