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अहमदाबाद

Gujarat: गुजरात में बारिश कम होने से भूगर्भीय जलस्तर में आई गिरावट

Gujarat, rain, ground water, Minister Rushikesh Patel

अहमदाबादMay 04, 2022 / 11:09 pm

Uday Kumar Patel

Gujarat: गुजरात में बारिश कम होने से भूगर्भीय जलस्तर में आई गिरावट

Gujarat: गुजरात में बारिश कम होने से भूगर्भीय जलस्तर में आई गिरावट

गांधीनगर. राज्य के जल संसाधन मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि राज्य में पानी से जुड़ी समस्याएं मिल रही हैं जिसे लगातार सुलझाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह पानी से संबंधित 1416 शिकायतें मिलीं, जिसमें ज्यादातर शिकायतों को सुलझा दिया गया है। सिर्फ 24 ही शिकायतें लंबित हैं उन्हें भी सुलझा दिया जाएगा।
पटेल ने बुधवार को गांधीनगर में कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य में बारिश कम होने से भूगर्भीय जलस्तर में गिरावट आई है। कच्छ के बन्नी और बनासकांठा के कुछ सुदूरवर्ती इलाकों में पानी की कमी है। वहां पशुपालन भी ज्यादा है। ऐसे में जहां पशुपालन ज्यादा होता है वहां मवेशियों के लिए पर्याप्त पानी मुहैया कराने के लिए टैंकरों से पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। काफी हद तक इन इलाकों में टैंकरों में पानी पहुंचाने में सफल भी बने हैं।
पानी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन भी

मंत्री के मुताबिक राज्य में पेयजल की शिकायतों को निपटाने के लिए 24 घंटे सात दिन टोल फ्री हेल्पलाइन 1916 कार्यरत है। पेयजल के संदर्भ में जो भी शिकायतें मिल रहीं हैं उनका निपटारा किया जा रहा है।
कई डैम को नर्मदा जल भरने का निर्णय

सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों के लिए 2075 मिलियन लीटर प्रतिदिन नर्मदा के पानी की आपूर्ति की जा रही है। ब्राह्मणी-2 डैम में पानी का स्तर घटने से उसमें पानी की निकासी 180 मिलियन लीटर प्रतिदिन से घटकर 10 से 15 मिलियन लीटर प्रतिदिन हो गई है। इसके लिए राज्य सरकार ने ब्राह्मणी -2 डैम को नर्मदा जल से भरने का निर्णय किया है। इसके लिए गत 25 अप्रेल से ध्रांगध्रा ब्रांच कैनाल में नर्मदा का पानी छोड़ा जा रहा है। इसके जरिए ब्राह्मणी-2 डैम भरा जाएगा।
कच्छ जिले के लिए पेयजल के मुख्य स्रोत टप्पर डैम में भी जरूरत के मुताबिक कच्छ शाखा नहर से नर्मदा जल से भरने की योजना है। उत्तर गुजरात के बनासकांठा में दांतीवाडा डैम को भी नर्मदा मुख्य नहर पर चांगा पम्पिंग स्टेशन से भरने की योजना है। दांतीवाडा डैम भरने से सीपू डैम आधारित गांवों में पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा।
पटेल के अनुसार ग्रामीण स्तर पर पानी समिति वास्मो और जलापूर्ति विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जाएगा। मवेशियों को भी पर्याप्त मात्रा में घासचारा मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।

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