एक लाइसेंस के लिए लेता 6-8 हजार
आरोपी संतोष चौहान मूलरूप से मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में अजूरा के पास ग्वालियर कोलोनी तीन का रहने वाला है। 2015 से गांधीनगर में सेक्टर चार सी में रहता है। ये 1991 से 2012 तक भारतीय नौसेना की हॉस्पिटल आईएनएचएस अश्विनी में मेंटेनेंस का काम करता था। सेना के जवानों के ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने और जरूरी दस्तावेज से वाकिफ था। गांधीनगर आने के बाद इसने यहां काम शुरू किया। एक लाइसेंस के लिए ये 6 से 8 हजार रुपए लेता था। आधारकार्ड और फोटो मंगवाता था बाकी के दस्तावेज खुद फर्जी तरीके से तैयार करता था। जम्मू एवं कश्मीर के अशफाक, नजीर, वसीम व अन्य लोगों से मिलकर यह ऐसा काम करता था। धवल ने भी दो साल तक इसके साथ काम किया। फिर जम्मू एवं कश्मीर के अयान उमर के साथ मिलकर खुद लाइसेंस बनवाने लगा। आरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों से मिलीभगत करकेये जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं को गांधीनगर बुलाए बिना ही लाइसेंस बनवा देता।