एक ट्रिप में 8 यात्री होंगे सवार
चोटिला में रोपवे के कार्यरत होने के बाद इसमें 8 से अधिक यात्रियों को ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। रोपवे के निर्माण के दौरान वृक्षों, खत और सड़क के कम से कम नुकसान होने पर खास जोर दिया जाएगा। रोपवे में आने-जाने का खर्च 130 रुपए तय किए गए हैं। जबकि सिर्फ एक ओर आने या जाने के लिए 100 रुपए देने होंगे। यह राशि दो वर्ष के लिए तय की गई है।
झालावाड के चोटिला में आद्यशक्ति माता चामुंडा का स्थान है। हजारों भक्तों माता को शीश झुकाने 655 सीढिय़ा चढकर पहुंचते हैं। लेकिन, रोपवे बनने से श्रद्धालुओं को यहां पहुंचने का मार्ग सरल हो जाएगा। राजस्थान के आबू की निजी कंपनी इस प्रोजेक्ट को साकार करेगी। राज्य में अंबाजी समेत पावागढ़, जूनागढ़ के धार्मिक स्थलों पर रोपवे है। अब अमदाबाद और राजकोट मेगा सिटी के बीच झालावाड के चोटिला में रोपवे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने तीन साल पहले मंजूरी की मुहर लगाई थी। इसके बाद रोपवे का काम शुरू हुआ, लेकिन कानूनी अड़चन में फंस गया। चोटिला का पहाड़ा नाना पालियाद गांव की सीमा में है। चोटिला पहाड़ के समीप स्थित तिवन के पास रोपवे का पीकअप प्वॉइंट बनाया जाएगा। मंजूरी की खबर पर गांव के उपसरपंच रघु समेत अन्य सदस्यों में खुशी की लहर दौड़ गई।