अंबाजी, अजीतनाथ जैन मंदिर आने वाले भक्तों को मिलेगा लाभ अंबाजी एक प्रसिद्ध महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के साथ-साथ भारत में 51 शक्तिपीठों में से एक है। हर वर्ष गुजरात के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों व विदेशों से लाखों भक्त यहां आते हैं। इस लाइन के बनने से इन लाखों श्रद्धालुओं को यात्रा में आसानी होगी। इसके अलावा, तारंगा हिल में 24 पवित्र जैन तीर्थंकरों में से एक अजीतनाथ जैन मंदिर के दर्शन करने वाले भक्तों को भी इस रेल संपर्क से बहुत लाभ होगा। तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड के बीच यह नई रेलवे लाइन इन दो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को रेलवे के मुख्य नेटवर्क से जोड़ेगी।
गुजरात व राजस्थान के बीच बेहतर आवाजाही यह रेल लाइन कृषि और स्थानीय उत्पादों को तेजी से लाने-ले जाने की सुविधा प्रदान करेगी। साथ ही गुजरात व राजस्थान के भीतर तथा देश के अन्य हिस्सों में भी लोगों की बेहतर आवाजाही प्रदान करेगी। यह परियोजना मौजूदा अहमदाबाद-आबू रोड रेलवे लाइन के लिए वैकल्पिक मार्ग भी प्रदान करेगी।
प्रस्तावित दोहरीकरण के जुडऩे से यह रेललाइन राजस्थान के सिरोही जिले और गुजरात के बनासकांठा व मेहसाणा जिलों से होकर गुजरेगी। नई रेल लाइन के निर्माण से निवेश आकर्षित होगा और क्षेत्र का समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास होगा।
गुजरात के लिए बड़ा दिन: अमित शाह केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस निर्णय पर कहा कि गुजरात के लिए यह बड़ा दिन है। प्रधानमंत्री ने गुजरात के दो प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों-अंबाजी और अजीतनाथ जैन मंदिर को रेल मार्ग से जोडऩे का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री भारतीय संस्कृति के प्राचीन तीर्थ स्थलों का पुनर्त्थान करने और श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने के लिए निरंतर कार्यरत हैं। इस नई रेल लाइन प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए वे प्रधानमंत्री के आभारी हैं।
गति शक्ति विवि को मिलेगा केन्द्रीय विवि का दर्जा उधर केन्द्र सरकार ने वडोदरा स्थित गतिशक्ति विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने का निर्णय लिया है। इससे इसकी क्षमता और बढ़ेगी। इस निर्णय पर केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि इस निर्णय के लिए वे प्रधानमंत्री के आभारी हैं। इस निर्णय से यहां पर नए कोर्स आरंभ होंगे। इसका लाभ न केवल गुजरात के लोगों को बल्कि देशभर के युवाओं को मिलेगा।