नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स (National Chamber of Industries and Commerce) के पूर्व अध्यक्ष और उद्यमी राजीव गुप्ता (Rajiv gupta) का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट में आगरा गायब दिखाई दे रहा है। आशा की जा रही थी कि सरकार आगरा को खास उपहार देगी, लेकिन प्रत्यक्ष तौर पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। प्राचीन शहर की इतनी अपेक्षा अच्छी बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आगरा पर्यटन के साथ-साथ उद्यमियों का भी शहर है। उद्यमियों की हालत क्या है, इसे जमीन पर आकर देखने की जरूरत है।
नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स (National Chamber of Industries and Commerce) के पूर्व अध्यक्ष राजीव तिवारी (Rajiv tiwari) का कहना है कि आगरा के विकास के लिए समेकित योजना बनाने की जरूरत है। दस-बीस करोड़ से कुछ नहीं होने वाला है। आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जरूरत है, लेकिन सरकार ने इसे जेवर भेज दिया है। सिविल एनक्लेव भी नहीं बन पा रहा है। न जाने कितने साल लगेंगे। ऐसे में कैसे विश्वास करें कि आगरा का विकास होने जा रहा है। आगरा में आज भी पानी की समस्या है, जबकि नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) दूसरी बार प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने पहली सभा में पानी की समस्या उठाकर आगरा वालों का दिल जीत लिया था।