इस मुठभेड़ ( police encounter ) के दौरान हत्यारोपी विश्वनाथ के दोनों पैरों में गोली लगी जिसे घायल हालत में पुलिस उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंची और भर्ती कराया। दरोगा प्रशांत कुमार के हत्यारोपी विश्वनाथ की तलाश में आगरा पुलिस की कई टीमें लगी हुई थी। 72 घंटे के भीतर पुलिस ने इसकी तलाश में हाथरस अलीगढ़ फिरोजाबाद इटावा और मैनपुरी समेत कानपुर के भी कुछ क्षेत्रों में दबिश दी थी लेकिन कोई सुराग नहीं लग रहा था।
इस बीच पुलिस को खबर मिली कि हत्यारोपी विश्वनाथ समर्पण करने की फिराक में है। इस सूचना के बाद शुक्रवार को आगरा की कचहरी के बाहर भारी पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया लेकिन विश्वनाथ नहीं पहुंचा। इसी बीच शनिवार को पुलिस को खबर मिली कि हत्यारोपी विश्वनाथ चौहान फिरोजाबाद के नगला खंगार से निकला है और बाइक पर सवार होकर जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने जैतपुर थाना क्षेत्र में कमतरी पुल के पास अपनी फील्डिंग लगा दी।
पुलिस की माने तो इसी दौरान बाइक पर आ रहे एक युवक को रुकने का इशारा किया गया लेकिन वह नहीं रुका और उसने पुलिस पर फायर झोंक दिया। इसके बाद पुलिस की ओर से फायरिंग की गई। गोली बाइक सवार के पैरों में लगी जिससे वह घायल होकर वहीं गिर पड़ा। पुलिस इसे लेकर अस्पताल पहुंची और रास्ते में इसने अपना नाम विश्वनाथ बताया।
बेरहमी से कर दी थी दरोगा की हत्या 24 मार्च की शाम को खंडोली थाना क्षेत्र के गांव नैहरवा में एक सूचना पर पहुंचे दरोगा प्रशांत कुमार यादव की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को अंजाम देकर हत्यारोपी विश्वनाथ फरार हो गया था। इस वारदात के बाद से ही पुलिस विश्वनाथ की तलाश में लगी हुई थी।