-आगरा-शमसाबाद रोड पर एक विक्षिप्त महिला को कुछ लोगों ने पकड़ लिया। उसे बच्चा चोर बताकर पीटने लगे। घसीटा गया। वह रोती रही और लोग पीटते रहे। पुलिस आ गई। महिला अपना नाम तक नही बता पा रही है। पुलिस वीडियो के आधार पर मारपीट करने वालों की पहचान कर रही है।
-रुनकता में भी विक्षिप्त महिला को बच्चा चोर समझकर पीटा गया। जागरूक लोगों ने उस महिला को बचाया।
-मऊ रोड पर चार सपेरों को लोगों ने खूब पीटा। उन पर बच्चा चोरी का शक है। पुलिस ने उन्हें बचाया। पूछताछ के बाद छोड़ दिया। इसका वीडियो भी वायरल हुआ।
-देवरी रोड पर गांव लुहैठा में एक विक्षिप्त महिला को देखकर लोगों ने बच्चा चोर होने का शोर मचा दिया। लोग उसकी ओर दौड़े तो महिला ने भी दौड़ लगा दी। कुर्राचित्तरपुर मोड़ पर पकड़ लिया। किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस को देख लोग भाग गए।
-यमुना ब्रिज घाट और रामबाग के पास लोगों ने कबाड़ा बीनने वालों को पकड़ लिया। उन पर बच्चा चोर होने का शक जताया। मारपीट की। पुलिस आ गई। दोनों से पूछताछ की और जाने दिया।
फतेहपुर सीकरी के गांव तेहरा रावत, पथौली, अछनेरा, मिढ़ाकुर, गढ़मुक्का, किरावली, अकोला, खेरागढ़ में बच्चा चोर की खासी दहशत है। थाना सिकंदरा के रुकनता क्षेत्र में अकबरा, कीठम, अरतौनी, पनवारी, रुनकता आदि गांवों के लोग भी बच्चा चोर की दहशत से परेशान हैं। लोग अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने स्वयं जा रहे हैं। रात्रि में लाठी लेकर पहरा दे रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार का कहना है कि बच्चा चोरी के नाम पर लोगों के साथ मारपीट की जा रही है। अभी तक छानबीन में बच्चा चोरी की बात सामने नहीं आई है। यह अफवाह है। अपील है कि धैर्य रखें। अफवाहों में न पड़ें। कानून को हाथ में लेकर बीमार या मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों के साथ मारपीट न करें। अगर ऐसी कोई सूचना प्रकाश में आती है तो थाने में सूचना दें। जो भी व्यक्ति कानून हाथ में लेगा, कार्रवाई का जाएगी। कुछ मामलों में लोगों को चिह्नित किया गया है। मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाने में ईगल मोबाइल बनाया है। 20 जुलाई से सभी थानों में सक्रिय है। अभी तक 15 दिन में 2500 से अधिक अपराधियों का डोजियर तैयार किया गया है। घरों पर जाकर सत्यापन किया गया है। अन्य अपराधियों की निगरानी की जा रही है कि वे क्या कार्य कर रहे हैं। टीम उत्साहित है। अगले एक से दो महीन में प्रत्येक अपराधी के घर पर जाकर उसकी डिटेल लेंगे। जीपीएस लोकेशन, घर का पता, परिवार के सदस्यों के नाम-पते हमारे डाटा बेस में होंगे। इसके आधार पर कभी भी किसी भी अपराधी को ट्रैक कर सकेंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनंद और पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश का कहना है कि बच्चा चोरी की बात कोरी अफवाह है। कोई घटना अभी तक प्रकाश में नहीं आई है। बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।