scriptजयंती पर याद आए अटल: आम खाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते थे अटल, मालपुआ था बहुत पसंद | Atal Bihari Vajpayee remembered on his 99th birth anniversary | Patrika News
आगरा

जयंती पर याद आए अटल: आम खाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते थे अटल, मालपुआ था बहुत पसंद

आगरा के बटेश्वर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी के परिजन ने मी‌डिया को उनके बारे खुलकर बताया।

आगराDec 25, 2023 / 12:27 pm

Upendra Singh

ataj_ji.jpg

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी। फाइल फोटो।

अटल बिहारी वाजपेयी के परिजन ने बताया कि आखिरी बार घर आए तो अटल ने चूरमा लड्डू खाए थे। आम और झरबेरी के बेर भी खाए थे। उन्हें मालपुआ बहुत पसंद थे। उनकी भांजी बहू गंगा देवी ने बताया कि अटल बटेश्वर में 6 अप्रैल 1999 में आगरा, इटावा वाया बटेश्वर रेल लाइन का शिलान्यास के लिए आखिरी बार घर आए थे।
अटल घर पर आखिरी बार चूरमा और लड्डू खाए थे
उन्होंने घर पर बने चूरमा और लड्डू खाए थे। मालपुआ उन्हें बहुत पसंद थे। मालपुआ इतना पसंद था कि पालपुआकी दावत खाने के लिए कई कोस पैदल चले जाते थे। खाने के बाद आम बहुत पसंद थे। पूर्व पीएम अटल के भतीजे राकेश वाजपेयी ने बताया कि परिवार के बुजुर्ग से उनकी यादें जुड़ी हैं। आम के अलावा झरबेरी के बेर बहुत पसंद थे।
दोपहरी में बेर खाते थे अटल
सुबह बीहड़ के टीलों पर झरबेरियों को ढूंढ़कर बेर तोड़ते थे। खूब कांटे लगे, पर दोपहरी तक बेर खाने में मस्त रहते थे। सीजन में आम के लिए पेड़ पर चढ़ जाते थे। ढेला से भी आम तोड़ते थे। खाना खाने के बाद अम जरूर खाते थे।
बचपन में यमुना किनारे गुटरियां खूब खेलते थे अटल
पुत्तू लाल बचपन में अटल जी के साथ पढ़े। उन्होंने बताया कि स्कूल में उनका भाषण बहुत बेहतरीन होता था। कविता पाठ करके कई बार पुरस्कार जीते थे। पारिवारिक भतीजे अश्वनी वाजपेयी ने बताया कि बचपन की छुट्टी के बाद यमुना किनारे गुटरियों से खूब खेलते थे। कुएं में गुटरियां फेंकते थे। छप्प की आवाज आती थी खूब ताली बजाकर हंसते थे।

Hindi News / Agra / जयंती पर याद आए अटल: आम खाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते थे अटल, मालपुआ था बहुत पसंद

ट्रेंडिंग वीडियो