उन्होंने बताया कि शांति स्वीट्स का सपना था कि कश्मीर में जाकर निवेश करें। समस्या यह थी कि वहां जमीन नहीं खरीद सकते। जमीन कश्मीरी को ही मिल सकती थी। अब हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित भाई शाह ने कश्मीर से धारा 370 हटा दी है। अब देश का कोई भी नागरिक कश्मीर में जमीन ले सकता है। वे भी इसके लिए तैयार हैं।
श्री बैराठ ने बताया कि कश्मीर में होटल एवं रेस्टोरेंट खोलने की योजना बना रहे हैं। कोई होटल या रेस्टोरेंट खुलता है तो लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है। कच्चा माल तो कश्मीर से ही लेना होगा। जाहिर है कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। उनकी बड़ी इच्छा है कि बृज का खान-पान कश्मीर में लोकप्रिय हो। अभी तक उनकी जानकारी है कि कश्मीर में बृज का खान-पान सहज उपलब्ध नहीं है।
श्री बैराठ ने बताया कि कश्मीर पर्यटन का प्रमुख केन्द्र है। आतंकवादी गतिविधियों के कारण पर्यटक कम आ रहे हैं। धारा 370 हटने के साथ ही आतंकवादी की समस्या समाप्त हो जाएगी। कानून एवं व्यवस्था का राज होगा तो व्यवसाय शुरू करने वाले दौड़कर आएंगे। रोजगार के अवसर व्यवसाय से मिलते हैं। सरकार हर किसी को नौकरी नहीं दे सकती है। उन्होंने बताया कि कश्मीर में व्यवसाय शुरू करने का उद्देश्य वहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना भी है। कितने लोगों को रोजगार देंगे, सवाल पर कहा कि यह तो समय बताएगा, लेकिन तैयारी पूरी है। कश्मीर सरकार ने सहयोग किया तो पूरी श्रृंखला खड़ी कर देंगे। ताजमहल के शहर आगरा का नाम कश्मीर में रोशन करेंगे। बता दें कि विधायक चौधरी उदयभान सिंह जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार करने गए थे। वहां उन्होंने व्यवसाय शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन जमीन की समस्या के चलते पांव पीछे खींच लिए थे।