छम्ब दोनों देशों के लिए महवत्त्पूर्ण इंटेलीजेंस सूत्रों ने बताया कि छम्ब सेक्टर में इन कमांडो के साथ एक बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर को भी देखा गया। छम्ब और उसके आसपास का इलाका भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए सामरिक तौर पर अहमियत रखता है। हाजी पीर में तीन तरफ से भारतीय सेना की मजबूत पकड़ है। भारतीय सेना छम्ब सेक्टर में भी पाकिस्तान की तरफ से होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी का जवाब देने के लिए तैयार है।
कच्छ से दो आईएसआई एजेंट गिरफ्तार गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कथित तौर पर जासूसी का काम करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को बुधवार को पड़ोसी देश की सीमा से सटे कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया एटीएस को कच्छ के खावडा गांव के दो निवासियों पर पाकिस्तान के आईएसआई के जासूस के तौर पर काम करने का संदेह था। उन पर पिछले एक वर्ष से करीबी निगाह रखी जा रही थी। दोनों को आज एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बतायाए हमें सूचना मिली है कि उनके घरों की तलाशी के दौरान एटीएस ने उनके पास से एक पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। संदिग्ध जासूसों की गिरफ्तारी ऐसे माहौल में हुई है, जब भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर तनाव पहले ही जोरों पर है।
कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई : बासित भारत द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के दावे से पाकिस्तान लगातार इनकार करता आ रहा है। इसी क्रम में बुधवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने साफ तौर पर कहा कि भारत ने 29 सितंबर को ऐसी कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की। बासित ने यह भी कहा कि अगर भारत की तरफ से ऐसी कोई गतिविधि हुई होती तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया होता। अब्दुल बासित ने यह बात बुधवार को एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कही। इसके अलावा बासित का कहना था कि भारत के पास सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो होने की बात भी गलत है। यह भारत की ओर से की गई एक मनगढंत बात है। बासित ने कहा कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई। 29 सितंबर को एलओसी पर सिर्फ क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग हुई। इसमें पाकिस्तान के दो जवान शहीद हुए। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत की गोलीबारी का तत्काल जवाब दिया। साथ ही बासित ने इस मामले पर पाकिस्तान की प्रख्यात रक्षा विशेषज्ञ आएशा सिद्दीकी के आर्टिकल को भी आधारहीन बताया। बासित ने कहा कि वह नहीं जानते कि आएशा किस आधार पर यह बात कह रही हैं।