गत वर्ष सीजन की शुरुआत में बाजरा 1500 से 2000 हजार कट्टे ही आए थे, लेकिन इस बार 2 से 3 हजार कट्टे तक आ रहा है। गत वर्ष जहां बाजरा 1600 से 1900 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका था, इस बार बाजरे के दाम 2100 रुपए से 2400 रुपए प्रति क्विंटल तक है। गत वर्ष की अपेक्षा इस बार भाव 400 रुपए तक अधिक है। आढ़तियों ने बताया कि अभी बाजरा थोड़ा गीला आ रहा है, लेकिन धूप खिलने के कारण आने वाले दिनों में बाजरा सूखा आना शुरू हो जाएगा। बारिश के चलते पैदावार में करीब 25 प्रतिशत तक गिरावट होने का अनुमान भी है।
दाम में तेजी बनी रहने का अनुमान
लालसोट ग्रेन मर्चेन्ट एशोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर झालानी एवं मंडावरी मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रामजीलाल गांधी ने बताया कि इस बार बारिश से फसल खराब होने के साथ आमद भी कम रहेगी और क्वालिटी भी ठीक नहीं रहेगी। बारिश से बाजरे का दाना काला पड़ गया है। हल्की क्वालिटी का बाजरा मुर्गी फार्म पर जा रहा है। सूखा माल आने के बाद ही गुजरात व महाराष्ट्र की तरफ बाजरे की आपूर्ति होगी। मौसम साफ रहा तो अगले सप्ताह में आवक 15 हजार कट्टों तक पहुंच जाएगी। सीजन की शुरुआत में ही दामों में 20 प्रतिशत की तेजी है। सरकारी खरीद शुरू होने के बाद भी भाव कम नही होंगे।