बीते महीने बाढ़ ने मचाया था कोहराम, 4 मरे थे
बीते अप्रैल महीने में दुबई में भारी बारिश और तूफान के चलते भीषण बाढ़ आ गई थी जिसने पूरी दुनिया को चौंका कर रख दिया था कि आखिर शुष्क जलवायु वाले संयुक्त अरब अमीरात में इतनी बारिश कैसे हो गई? इतनी बारिश कि पूरे साल की बारिश एक ही दिन में हो जाए। इस बारिश से आई बाढ़ ने दुबई, ओमान में कहर मचा दिया था। 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। फिर 15-20 दिन के बाद मौसम में थोड़ा बदलाव आया था जिससे आम जीवन पटरी पर दौड़ने लगा था लेकिन अब 2 मई से खराब हुए मौसम (Dubai Weather) और लगातार हो रही बारिश ने बड़े-बड़े मौसम वैज्ञानिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर ये हो क्या रहा है?
जलवायु परिवर्तन है नतीजा
दुबई में मूसलाधार बारिश ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warimg) से हो रहे जलवायु परिवर्तन का नतीजा है इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दुनिया के प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी फ्राइडेरिक ओटो ने दुबई में हो रही इस असामान्य बारिश के पीछे ग्लोबल वार्मिंग को ही जिम्मेदार ठहराया है।
जब चेतावनी दी तब किसी ने नहीं सुना
एक अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रांथम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट चेंज के प्रोफेसर ओटो ने बताया है कि ओमान और दुबई में हो रही बारिश इंसानों की गलतियों की वजह से उपज रही जलवायु परिवर्तन का नतीजा है। उनका कहना है कि कई साल पहले भी जब विश्व की बड़ी संस्थाएं और मौसम विज्ञानियों ने ग्लोबल वार्मिंग के कारकों पर प्रकाश डालते हुए इसे हर हाल में रोकने की अपील कर रहीं थीं, बड़े-बड़े देशों से इस पर ध्यान देने और इसे रोकने के लिए बड़ी और प्रभावी योजनाएं बनाने की अपील कर रही थीं तब किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया और आज सभी को ये दिन देखना पड़ रहा है।
कृत्रिम बारिश से भी जलवायु पर नकारात्मक प्रभाव
वहीं दूसरी तरफ इस बारिश के लिए क्लाउड सीडिंग (Cloud seeding Dubai) को जिम्मेदार ठहराया गया है जो UAE में अक्सर कराई जाती है। बता दें कि क्लाउड सीडिंग कृत्रिम बारिश कराने को अपनाई जाती है। इस प्रक्रिया में बादलों से ज्यादा से ज्यादा बारिश कराने के लिए कई तरह के केमिकल्स और छोटे-छोटे कणों (Micro particles) को वायुमंडल में प्रत्यारोपित किया जाता है। क्योंकि UAE में पानी की बहुत समस्या है, वहां पानी नहीं है इसलिए साल 2022 में वहां की सरकार ने इस तरकीब से बारिश कराने की योजना बनाई थी और उसे लागू भी किया था।
एक साथ ज्यादा मात्रा में करा दी क्लाउड सीडिंग
मौसम विज्ञानी अहमद हबीब ने रिपोर्ट में कहा है कि क्लाउड सीडिंग कराने वाले विमानों ने पिछले महीने में शुरू हुई बारिश के पहले दो दिनों में 7 बार क्लाउड सीडिंग कराई थी जिसे अचानक हुई इतनी भीषण बारिश का खतरनाक ट्रिगर माना गया था और कहा गया था कि एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में क्लाउड सीडिंग ज्यादा बारिश तो कर ही रही है साथ ही ये वायुमंडल और जलवायु को प्रभावित कर रही है जिससे इस तरह के हालातों का सामना करना पड़ रहा है।