ये है जेलेंस्की की नारजगी की बड़ी वजह
दरअसल यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के हमलों के बीच को नो-फ्लाई जोन (No-fly zone) घोषित करने की मांग की थी। जेलेंस्की की इस मांग को नाटो ने मानने से इनकार कर दिया है। NATO के इस रवैए से जेलेंस्की भड़क गए हैं।
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क्या बोले जेलेंस्की
युद्ध के बीच यूक्रेन को नो फ्लाइ जोन घोषित ना करने के नाटो के निर्णय को जेलेंस्की ने गलत बताया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पश्चिमी सैन्य गठबंधन ने ऐसा न करके अब रूसी हमलों को हरी झंडी दिखा दी है। जेलेंस्की ने कहा कि नाटो ने यूक्रेन पर कब्जा करने और विध्वंसकर हथियारों के इस्तेमाल के लिए रूस के हाथ खोल दिए हैं।
अब खुलकर रूस जनता की हत्या करेगा
जेलेंस्की ने कहा, यह जानते हुए कि रूस नए हमले करेगा और उसमें लोगों की जान जाएगी, इसके बावजूद नाटो ने जानबूझकर यूक्रेन के ऊपर उड़ानों को बंद करने का फैसला नहीं लिया। NATO ने यूक्रेनी शहरों और गांवों पर और ज्यादा रूसी बमबारी के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है।
इससे पहले शुक्रवार को नाटो ने रूस की बमबारी को रोकने के लिए नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने के लिए यूक्रेन की दलीलों को खारिज कर दिया।
रूस को और प्रतिबंधों की चेतावनी
हालांकि, पश्चिमी देशों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने युद्ध को नहीं रोकने पर नए प्रतिबंधों की चेतावनी भी दी है।
NATO प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि सैन्य गठबंधन यूक्रेन में ‘नो फ्लाई जोन’ को लागू नहीं कराएगा, क्योंकि इस तरह के कदम से परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ यूरोप में एक बड़ी जंग भड़क जाएगी।
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