30 राज्यों में खतरा
अमेरिका की राष्ट्रीय मौसम सेवा (एनडब्ल्यूएस) ने कहा है कि देश के मध्य से शुरू हुआ यह बर्फीला तूफान अगले कुछ दिनों में पूर्व की ओर बढ़ेगा। ऐसे में देश के 30 राज्यों में इस बर्फीले तूफान से खतरा है और इसके लिए अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
भारी बर्फबारी का अनुमान
अमेरिका के कई राज्यों ने बर्फीले तूफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले सप्ताह के दौरान अमेरिका में एक दशक की सबसे भारी बर्फबारी हो सकती है, जिसके कारण तापमान में भारी गिरावट आ सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि अमेरिका में 2011 के बाद से इस साल सबसे भीषण बर्फबारी हो सकती है। इंडियाना (Indiana) और कंसास (Kansas) राज्यों के कुछ क्षेत्रों में कम से कम 8 इंच तक बर्फबारी हो सकती है। मिसौरी (Missouri), इलिनॉय (Illinois), केंटकी (Kentucky) और वर्जीनिया (Virginia) राज्यों के कुछ हिस्सों में ओले और बर्फीली बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। वॉशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.), बाल्टीमोर (Baltimore) और फिलाडेल्फिया (Philadelphia) समेत कई शहरों में भी बर्फबारी से लोगों को परेशानी होगी।
आपातकाल की घोषणा
अमेरिकी मौसम विभाग के अलर्ट के बाद देश के केंटकी, वर्जीनिया, कंसास, अर्कांसस (Arkansas) और मिसौरी राज्यों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है। यह भी बताया जा रहा है कि इस बर्फीले तूफान की वजह से मिसिसिपी (Mississippi) और फ्लोरिडा (Florida) जैसे राज्यों में तापमान गिर सकता है।
किस वजह से हो रहा मौसम में बदलाव?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि मौसम में बदलाव पोलर वोर्टेक्स के कारण हो रहा है, जो कि आर्कटिक के चारों ओर घूमने वाली ठंडी हवा के प्रवाह के कारण पैदा हुई हैं। माना जा रहा है कि 2011 के बाद से अमेरिका में इस साल सबसे ठंडी जनवरी हो सकती है।
6.8 करोड़ लोग होंगे प्रभावित
अमेरिका के मौसम विभाग ने कहा है कि कम तापमान का असर अमेरिका के पूर्वी तट पर भी रहेगा, जहाँ तूफान के जल्द पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर मध्य अमेरिका में रविवार तक करीब 6.8 करोड़ लोगों का दैनिक जीवन में काफी बाधित रहेगा और ड्राइविंग की स्थिति बेहद ही खतरनाक हो सकती हैं। मोटर चालकों के लिए तो मुश्किल और भी बढ़ जाएगी।