आधुनिक साइबर कार्यक्रम बनाने की इच्छा
रिपोर्ट में भारत पर अनुभाग में कहा गया है, “भारत का नेतृत्व लगभग निश्चित रूप से घरेलू साइबर क्षमताओं के साथ एक आधुनिक साइबर कार्यक्रम बनाने की इच्छा रखता है। भारत अपने साइबर कार्यक्रम का उपयोग जासूसी, आतंकवाद विरोधी और देश के प्रयासों सहित अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा अनिवार्यताओं को आगे बढ़ाने के लिए करता है।” उसका मकसद अपनी वैश्विक स्थिति को बढ़ावा देना, भारत तथा भारत सरकार के विरुद्ध प्रतिवादों का प्रतिकार करना है। हमारा आकलन है कि भारत का साइबर कार्यक्रम अपने परिचालन को बढ़ाने के लिए वाणिज्यिक साइबर विक्रेताओं का लाभ उठा सकता है।’
‘कनाडा के खिलाफ भारतीय राज्य-प्रायोजित साइबर खतरा गतिविधि बढ़ाएंगे’
इसमें आगे कहा गया है, “हमारा आकलन है कि भारतीय राज्य-प्रायोजित साइबर खतरा जासूसी के उद्देश्य से कनाडा सरकार के नेटवर्क के खिलाफ साइबर खतरा गतिविधि संचालित कर सकते हैं। हमारा मानना है कि कनाडा और भारत के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय संबंध कनाडा के खिलाफ भारतीय राज्य-प्रायोजित साइबर खतरा गतिविधि को बढ़ाएंगे।”
भारत पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि कनाडा की ओर से भारत पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाने के बाद, एक भारत समर्थक हैकटिविस्ट समूह ने कनाडा में वेबसाइटों के खिलाफ संक्षिप्त DDoS हमले करने और उन्हें विकृत करने का दावा किया है, जिसमें कनाडाई सशस्त्र बलों की सार्वजनिक-सामना वाली वेबसाइट भी शामिल थी।
भारत को एक उभरते हुए साइबर खतरे वाले देश के रूप में देख रहे
कनाडाई संचार सुरक्षा प्रतिष्ठान (सीएसई) की प्रमुख कैरोलिन जेवियर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के खिलाफ आरोपों को दोहराया। उन्होंने कहा, “यह संभव है कि हम देख सकते हैं कि भारत कनाडाई लोगों के खिलाफ उन साइबर खतरे की कार्रवाइयों को लचीला बनाना चाहता है।” उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि हम भारत को एक उभरते हुए साइबर खतरे वाले देश के रूप में देख रहे हैं।” कनाडा के पास भारत को निज्जर की हत्या से जोड़ने वाली खुफिया जानकारी
कैरोलिन जेवियर ने कहा कि पिछले साल निज्जर की हत्या पर पीएम ट्रूडो के भारत पर आरोपों के बाद भारत के लिए काम करने वालों की ओर से दुष्प्रचार अभियान चलाए गए हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री
जस्टिन ट्रूडो की ओर से ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों को फंसाने के बाद दोनों देशों के बीच चल रहे राजनयिक तनाव के बीच ये आरोप सामने आए हैं। हालांकि ट्रूडो ने दावा किया कि कनाडा सरकार के पास भारत को निज्जर की हत्या से जोड़ने वाली खुफिया जानकारी है, उन्होंने ठोस सुबूतों की कमी स्वीकार की।
भारत ने इन दावों का स्पष्ट रूप से खंडन किया
हाल ही में कनाडा ने इस मामले में कई नए आरोप लगाए हैं, जिसमें यह दावा भी शामिल है कि कनाडा में खालिस्तानी तत्वों पर हमले का आदेश गृह मंत्री
अमित शाह ने जारी किया था। भारत ने इन दावों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है, उन्हें निराधार और राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है, आरोप लगाया है कि कनाडा का रुख घरेलू राजनीतिक दबावों से प्रभावित हो सकता है। इस विवाद के कारण राजनयिकों का आपसी निष्कासन हुआ और हस्तक्षेप के आरोपों को और हवा मिली।