अमरीका समेत पश्चिमी देश ईरान की कर रहे आलोचना
अमरीका (USA) समेत पश्चिमी देश जहां ईरान के हमले की निंदा कर रहे हैं और इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले को रोकने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने ईरान के हमले की निंदा करने से दूरी बनाई हुई है। साथ ही पुतिन ने कहा है कि सीरिया में ईरानी दूतावास (Israel Attack on Iran) पर हमले के बाद पलटवार करना ही इजरायल की (Iran-Israel Conflict) आक्रामकता का सही जवाब हो सकता है। वहीं, ईरानी हमले पर चीनी प्रतिक्रिया पर भी इजरायल (Israel) ने असंतोष जताया है। चीन में इजरायली मिशन के उप प्रमुख युवल वैक्स ने स्पष्ट कहा है कि हम चीन से हमले की कड़ी निंदा और इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार की स्पष्ट स्वीकृति की उम्मीद कर रहे थे।
शिया-सुन्नी में भी संघर्ष बढ़ने का खतरा
दूसरी तरफ, इस तनाव के चलते मध्य पूर्व (Middle East) में शिया और सुन्नी के बीच संघर्ष का खतरा भी बढ़ रहा है। इसको इस तरह समझ सकते हैं। शिया बहुल ईरान के हमले को रोकने में सुन्नी बहुल सऊदी अरब, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात ने भी मदद की। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्पष्ट कहा है कि ‘अलायंस’ ने एक युद्ध को टाल दिया। गौरतलब है ईरान प्रभाव वाले सभी क्षेत्र जैसे सीरिया, लेबनान, यमन आदि सभी शिया बहुल देश हैं।